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यमुनानगर में आवारा कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण की प्रक्रिया शुरू

यमुनानगर में नगर निगम ने 10 साल बाद आवारा कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण की प्रक्रिया शुरू करने का निर्णय लिया है। इस पहल के तहत, कुत्तों को पकड़कर अंबाला रोड पर स्थित डॉग शेल्टर में रखा जाएगा, जहां उनका उपचार किया जाएगा। इससे कुत्तों की संख्या पर नियंत्रण और काटने की घटनाओं में कमी आने की उम्मीद है। नगर निगम ने इस कार्य के लिए एक एजेंसी को नियुक्त किया है और शहरवासियों से अपील की है कि वे सड़क पर रहने वाले कुत्तों को गोद लें।
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यमुनानगर में आवारा कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण की प्रक्रिया शुरू

यमुनानगर: नगर निगम की नई पहल

यमुनानगर। नगर निगम ने 10 साल बाद एक बार फिर से शहर में आवारा कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण कराने का निर्णय लिया है। इस कार्य के लिए निगम ने निविदा प्रक्रिया पूरी कर एक एजेंसी को कार्यादेश दिया है, जिसके तहत प्रति कुत्ता 1500 रुपये का भुगतान किया जाएगा।


कुत्तों की देखभाल का पूरा इंतजाम

कुत्तों को पकड़ने के बाद उन्हें अंबाला रोड पर स्थित डॉग शेल्टर में रखा जाएगा, जहां उनकी नसबंदी और टीकाकरण किया जाएगा। इसके बाद, उन्हें एक सप्ताह तक उपचार दिया जाएगा। इस पहल से कुत्तों द्वारा काटने की घटनाओं में कमी आएगी और नगर निगम क्षेत्र में कुत्तों की बढ़ती संख्या पर नियंत्रण पाया जाएगा। इसके अलावा, कुत्तों की समस्या के समाधान के लिए 7082410824 नंबर जारी किया गया है, जिस पर शहरवासी शिकायत कर सकते हैं।


टेंडर प्रक्रिया में देरी

कई महीनों से कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण के लिए निविदा प्रक्रिया चल रही थी, जिसमें कई बार टेंडर को वापस लिया गया। केवल एक फर्म ने आवेदन किया था, जिसके कारण नियमों के अनुसार कार्य आवंटित नहीं किया जा सका। अब, एजेंसी को कार्य आवंटित किया गया है और जल्द ही कुत्तों को पकड़ने की प्रक्रिया शुरू होगी।


2015 में हुई थी बड़ी नसबंदी

नगर निगम ने 2015 में भी कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण किया था, जिसमें 16170 कुत्तों की नसबंदी की गई थी। इस पर 1.42 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। इसके बाद से नसबंदी का कार्य नहीं हुआ था। कुत्तों की बढ़ती संख्या और काटने की घटनाओं की शिकायतों के मद्देनजर, नगर निगम ने फिर से नसबंदी का प्रस्ताव पास किया।


कुत्तों की देखभाल पर ध्यान

अतिरिक्त निगम आयुक्त धीरज कुमार ने बताया कि अंबाला रोड पर डॉग शेल्टर की सफाई और अन्य व्यवस्थाएं की जा रही हैं। डॉग शेल्टर का निरीक्षण करने के लिए मुख्य सफाई निरीक्षक हरजीत सिंह और विनोद बेनीवाल को निर्देश दिए गए हैं। नसबंदी और टीकाकरण के बाद कुत्तों को पांच से सात दिन तक उपचार दिया जाएगा, और इसके बाद ही उन्हें छोड़ा जाएगा।