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यमुनानगर में ठंड और धुंध का असर, स्वास्थ्य पर पड़ रहा है बुरा प्रभाव

यमुनानगर में ठंड और धुंध का प्रभाव बढ़ता जा रहा है, जिससे स्थानीय निवासियों को कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, तापमान में गिरावट और प्रदूषण के कारण लोगों को ठंड का सामना करना पड़ रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस स्थिति से बचने के लिए कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए। जानें इस मौसम में क्या करें और कैसे अपनी सेहत का ध्यान रखें।
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यमुनानगर में ठंड और धुंध का असर, स्वास्थ्य पर पड़ रहा है बुरा प्रभाव

यमुनानगर में ठंड का बढ़ता प्रभाव

यमुनानगर में हाल के दिनों में ठंड का प्रभाव काफी बढ़ गया है। लगातार बादल और ठंडी हवा के चलते धूप का अभाव रहा, जिससे तापमान में गिरावट आई और लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग के अनुसार, न्यूनतम तापमान 8 डिग्री और अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।


दोपहर की धूप भी नहीं दे रही राहत

स्थानीय निवासियों का कहना है कि अब दोपहर की धूप भी शरीर को गर्म नहीं कर पा रही है, जिससे दिनभर ठिठुरन बनी रहती है।


सुबह की धुंध से बढ़ी समस्याएं

शुक्रवार की सुबह शहर में घनी धुंध छाई रही। कम दृश्यता के कारण सड़क पर वाहनों की गति धीमी करनी पड़ी, जिससे खासकर दोपहिया चालकों को कठिनाई का सामना करना पड़ा।


कार्यालय जाने वाले, छात्र और श्रमिक वर्ग को धुंध और ठंडी हवा की दोहरी चुनौती का सामना करना पड़ा। कई लोगों ने बताया कि ठंड अब घरों से बाहर निकलने में हिचक पैदा कर रही है।


प्रदूषित हवा से स्वास्थ्य पर खतरा

यमुनानगर की हवा भी ठंड के साथ प्रदूषित हो गई है। शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 216 दर्ज किया गया, जिसे खराब श्रेणी में रखा गया है।


स्थानीय चिकित्सकों के अनुसार, इस स्तर की हवा से सांस लेने में दिक्कत, आंखों में जलन, गले में खराश और बुजुर्गों तथा बच्चों में खांसी-जुकाम जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं।


लोगों की परेशानियों का कारण

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि आने वाले दिनों में तापमान और गिर सकता है, जिससे लोगों को ठंड, प्रदूषण और धुंध का सामना करना पड़ेगा।


कई समाजसेवी संगठनों ने प्रशासन से आवारा कूड़ा जलाने पर रोक, सफाई व्यवस्था को मजबूत करने और सार्वजनिक स्थलों पर हीटर व अलाव की व्यवस्था करने की मांग की है।


डॉक्टरों की सलाह: सावधानी ही बचाव

स्थानीय चिकित्सक डॉ. सचिन का कहना है कि ठंड और प्रदूषण के प्रभाव को कम करने के लिए लोग कुछ सरल उपाय अपनाएं:


  • बाहर निकलते समय गर्म कपड़े पहनें
  • जहां तक संभव हो, सुबह के समय यात्रा से बचें
  • मास्क का उपयोग करें, क्योंकि यह प्रदूषण से सुरक्षा देता है
  • अदरक, काढ़ा और हल्की गर्म पेय से शरीर की गर्मी बनाए रखें


यह खबर क्यों महत्वपूर्ण है

यह केवल ठंड की रिपोर्ट नहीं है, बल्कि स्वास्थ्य और पर्यावरण से जुड़ी चेतावनी है।


मौसम और हवा की बदलती स्थिति आम नागरिकों की दैनिक जिंदगी और सेहत को सीधे प्रभावित कर रही है।


सतर्कता और समय पर सावधानी भविष्य में होने वाली बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं को कम कर सकती है।