यमुनानगर में बदलते मौसम से स्वास्थ्य पर असर, मरीजों की संख्या में वृद्धि
यमुनानगर में स्वास्थ्य पर मौसम का प्रभाव
यमुनानगर (Yamunanagar weather)। मौसम में बदलाव का स्वास्थ्य पर प्रभाव स्पष्ट होने लगा है। जिला नागरिक अस्पताल में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सोमवार को भी अस्पताल में पर्ची, दवा खिड़कियों और चिकित्सकों के कक्षों के बाहर मरीजों की लंबी कतारें देखी गईं। अधिकतर मरीज खांसी, जुकाम और बुखार की शिकायत लेकर आए थे, जिनमें बच्चे भी शामिल थे।
ओपीडी में लगभग 1700 मरीजों में से 500 खांसी, जुकाम और बुखार के थे। यही स्थिति निजी अस्पतालों और क्लीनिकों में भी देखी गई। चिकित्सक मौजूदा मौसम के अनुसार दवा के साथ-साथ रोगियों को बीमारी से बचने के उपाय भी बता रहे हैं। पिछले एक सप्ताह से अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट आई है। सोमवार को अधिकतम तापमान 26 डिग्री और न्यूनतम 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
स्वास्थ्य के लिए पहनावे और आहार का ध्यान
जिला नागरिक अस्पताल के डॉ. वागीश गुटिन ने बताया कि मौसम में बदलाव के कारण सेहत के प्रति अधिक सतर्क रहना आवश्यक है। इस दौरान पहनावे और आहार का ध्यान रखना चाहिए। बदलते मौसम में रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करना जरूरी है, जिसके लिए हरी सब्जियों और फलों का सेवन करना चाहिए।
दिन में आठ से नौ गिलास पानी पीने से शरीर के टॉक्सिन बाहर निकलने में मदद मिलती है। यदि किसी को खांसी या जुकाम है, तो उसे मास्क का उपयोग करना चाहिए। दवा लेने से पहले चिकित्सक से सलाह लेना महत्वपूर्ण है, क्योंकि बिना उचित जांच के दवा लेने से स्थिति गंभीर हो सकती है।
यमुनानगर में सुबह-शाम ठंड का असर
तापमान में कमी के साथ सुबह और शाम ठंड का अनुभव होने लगा है। इस मौसम का प्रभाव लोगों की सेहत पर पड़ रहा है। रविवार की छुट्टी के बाद सोमवार को जिला नागरिक अस्पताल में मरीजों की संख्या में वृद्धि देखी गई।
सामान्य दिनों में ओपीडी में 1500 मरीज आते हैं, जबकि सोमवार को यह संख्या लगभग 1700 तक पहुंच गई। इनमें से करीब 500 मरीज खांसी, जुकाम और बुखार के थे। इनमें से अधिकांश वे मरीज थे, जिन्हें केमिस्ट से दवा लेने के बाद भी राहत नहीं मिली। सोमवार को अस्पताल में मुख्य रूप से मेडिसिन और बच्चों के चिकित्सकों के कक्षों के बाहर भीड़ रही।
