युवाओं में हृदय रोग: शेफाली जरीवाला की मौत ने बढ़ाई चिंता
शेफाली जरीवाला की दिल का दौरा पड़ने से हुई मौत ने युवाओं में हृदय रोग के बढ़ते मामलों पर चिंता बढ़ा दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि अब यह समस्या 30 से 40 वर्ष की आयु के लोगों में भी देखी जा रही है। आधुनिक जीवनशैली, तनाव और अनियमित खान-पान जैसे कारक हृदय स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहे हैं। जानें हृदय रोग के लक्षण और इससे बचने के उपाय, जैसे नियमित व्यायाम और स्वस्थ आहार।
Jun 29, 2025, 18:09 IST
| शेफाली जरीवाला की अचानक मौत
शेफाली जरीवाला, जो 'कांटा लगा' के लिए जानी जाती हैं, की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है। इस घटना ने युवाओं में हृदय रोग के मुद्दे को फिर से उजागर किया है। अब यह समस्या 30 से 40 वर्ष की आयु के लोगों में भी देखी जा रही है, जबकि पहले यह साठ की उम्र के बाद आम थी। हृदय रोग विशेषज्ञों ने इस उम्र में नियमित जांच करवाने की सलाह दी है।आधुनिक जीवनशैली ने युवाओं के खान-पान की आदतों को बदल दिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि देर रात तक जागना, नींद की कमी और तनाव जैसे कारक हृदय स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहे हैं। मुंबई में हृदय रोग मृत्यु का प्रमुख कारण बना हुआ है, और युवा मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है।
हृदय रोग के लक्षणों में शामिल हैं: सीने में गांठ, सीने में दर्द, सांस लेने में कठिनाई, सांस फूलना, और हृदय गति का बढ़ जाना।
हृदय रोग से बचाव के उपाय भी सरल हैं। धूम्रपान से बचें, नियमित समय पर भोजन करें, और प्रोसेस्ड फूड से दूर रहें। स्वस्थ खान-पान और सप्ताह में 150 मिनट पैदल चलने से हृदय स्वास्थ्य में सुधार किया जा सकता है। व्यायाम न कर पाने वालों के लिए योग एक अच्छा विकल्प है।