यूपी में औद्योगिक विकास: सेमीकंडक्टर पार्क और फिल्म सिटी परियोजना पर जोर

यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण की समीक्षा
उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी ने शनिवार को यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण की समीक्षा बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में सचिव प्रांजल यादव, सीईओ राकेश कुमार सिंह और अन्य विभागीय अधिकारी शामिल हुए। मंत्री ने उद्यमियों की समस्याओं के त्वरित समाधान पर जोर दिया और निर्देश दिया कि आवंटित भूखंडों पर उद्योगों की स्थापना नियमों के अनुसार की जाए।
निर्माण कार्य योजना के लिए निर्देश
मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिन भूखंडों का आवंटन किया गया है, वहां उद्योगों का निर्माण उसी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) और प्रोजेक्ट प्लान के अनुसार किया जाए, जो आवंटन के समय प्रस्तुत की गई थी। इसके साथ ही, भूखंडों के दुरुपयोग को रोकने के लिए पहले से ही डीपीआर, लेआउट और निर्माण कार्य योजना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
जेवर एयरपोर्ट के आसपास के भूखंडों का आवंटन
मंत्री ने जेवर एयरपोर्ट के आसपास की जमीनों के आवंटन को लेकर भी महत्वपूर्ण निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में देश-विदेश की प्रमुख कंपनियों को प्राथमिकता के आधार पर भूखंड आवंटित किए जाने चाहिए, ताकि निवेश और औद्योगिक गतिविधियों में वृद्धि हो सके। इसके अलावा, मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी फिल्म सिटी परियोजना को 1095 दिनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए वेव्यू भूटानी प्राइवेट लिमिटेड से कार्य योजना प्राप्त कर नियमित निगरानी सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए।
सेमीकंडक्टर पार्क की स्थापना
बैठक में सेमीकंडक्टर पार्क की स्थापना की घोषणा भी की गई। उत्तर भारत का पहला सेमीकंडक्टर पार्क सेक्टर 28 में 48 एकड़ भूमि पर स्थापित किया जाएगा। यह परियोजना फॉक्सकॉन और एचसीएल के संयुक्त उपक्रम वामासुंदरी के माध्यम से कार्यान्वित होगी। कंपनी को पहले ही LOI जारी किया जा चुका है और भारत सरकार से अंतिम मंजूरी मिलने के बाद आवंटन पत्र भी जारी किया जाएगा।
हिरानंदानी ग्रुप की सेमीकंडक्टर परियोजना
इसके अलावा, हिरानंदानी ग्रुप की कंपनी टार्क भी सेक्टर 28 में 125 एकड़ में दूसरी सेमीकंडक्टर परियोजना पर कार्य कर रही है, जिसे राज्य सरकार ने मंजूरी देकर केंद्र को भेज दिया है। उत्तर प्रदेश अब गुजरात और असम के बाद तीसरा राज्य होगा जहां सेमीकंडक्टर निर्माण की सुविधा स्थापित की जाएगी।