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योग और ज्योतिष: ग्रह दोष से मुक्ति के लिए प्रभावी आसन

इस लेख में जानें कि कैसे योग आसन और ज्योतिष उपाय ग्रह दोषों से मुक्ति दिला सकते हैं। पंडित सुरेश पांडेय द्वारा बताए गए उपायों से सूर्य और चंद्र ग्रह को मजबूत करने के तरीके जानें। नियमित योगाभ्यास से न केवल स्वास्थ्य में सुधार होता है, बल्कि यह ज्योतिषीय लाभ भी प्रदान करता है। जानें कौन से आसन आपके लिए सबसे उपयुक्त हैं और कैसे आप अपने जीवन में सकारात्मकता ला सकते हैं।
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आज का कालचक्र: 21 जून 2025

कालचक्र आज 21 जून 2025: योग का अभ्यास करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह एक प्राकृतिक विधि है, जो स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करती है और बीमारियों के जोखिम को कम करती है। योग के स्वास्थ्य लाभों के साथ-साथ, ज्योतिषीय लाभ भी होते हैं। शास्त्रों के अनुसार, नियमित योग आसनों का अभ्यास करने से व्यक्ति ग्रह दोषों से मुक्त हो सकता है। जिन लोगों की कुंडली में ग्रह दोष होते हैं, वे अक्सर किसी न किसी कारण से परेशान रहते हैं। कुछ को आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जबकि अन्य शारीरिक और मानसिक तनाव का अनुभव करते हैं।


ग्रहों को संतुष्ट करने वाले योग आसन

आज के कालचक्र में, प्रश्न कुंडली विशेषज्ञ पंडित सुरेश पांडेय आपको बताएंगे कि कौन से योग आसन से किस ग्रह को प्रसन्न किया जा सकता है। साथ ही, ग्रहों को मजबूत करने के लिए ज्योतिष उपायों की जानकारी भी मिलेगी।


सूर्य ग्रह को मजबूत करने वाले योग

यदि किसी व्यक्ति की राशि में सूर्य अनिष्टकारक है, तो उसके चारों ओर नकारात्मकता फैल जाती है। ऐसे में आत्मविश्वास, आंखें, दिल और तांत्रिक तंत्र कमजोर हो जाते हैं। इसे मजबूत करने के लिए मंत्र जाप और योग का अभ्यास करना लाभकारी है।


आसन:


सूर्य ग्रह को बलवान बनाने के लिए सूर्य नमस्कार और भस्त्रिका प्राणायाम करना उचित है।


उपाय:



  • घर की पूर्व दिशा में सूर्य यंत्र स्थापित करें और उसकी पूजा करें।

  • हर रविवार को आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।

  • पूर्व दिशा में तुलसी का पौधा लगाएं।

  • हर सुबह दहलीज की पूजा करें।

  • मुख्य दरवाजे पर स्वास्तिक का चिन्ह बनाकर उसकी पूजा करें।



चंद्र ग्रह को मजबूत करने वाले योग

जिन लोगों पर चंद्रमा का अशुभ प्रभाव पड़ता है, वे अक्सर अत्यधिक भावुक और तनावग्रस्त रहते हैं।


आसन:


चंद्रमा के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए अनुलोम विलोम प्राणायाम करना चाहिए।


उपाय:



  • शांत मन से ऊँ का उच्चारण करें।

  • अपने घर में पलाश का पौधा लगाएं।

  • उत्तर-पश्चिम दिशा में गुलाबी रंग का बल्ब लगाएं।

  • पश्चिम दिशा में क्रिस्टल रखें।


यदि आप अन्य ग्रहों और योग के बीच के संबंध के बारे में अधिक जानना चाहते हैं, तो ऊपर दिए गए वीडियो को देखें।