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राजनाथ सिंह का पाकिस्तान पर हमला: पीओके के लोग हमारे अपने हैं

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान पर कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि आतंकवाद का कारोबार महंगा साबित हो सकता है। उन्होंने पीओके के लोगों को भारत का हिस्सा मानते हुए एकता और प्रेम के माध्यम से उनके लौटने की उम्मीद जताई। सिंह ने मेक इन इंडिया के महत्व और भारत की रक्षा क्षमताओं में आत्मनिर्भरता पर भी जोर दिया।
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राजनाथ सिंह का पाकिस्तान पर हमला: पीओके के लोग हमारे अपने हैं

पाकिस्तान पर राजनाथ सिंह की कड़ी टिप्पणी

नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि आतंकवाद का कारोबार करना 'कॉस्ट इफेक्टिव' नहीं है और इसकी गंभीर कीमत चुकानी पड़ सकती है, जिसका अनुभव पाकिस्तान को हो चुका है।


उन्होंने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर में, पूरे देश ने मेक इन इंडिया अभियान की सफलता को देखा है। यह स्पष्ट हो चुका है कि मेक इन इंडिया भारत की सुरक्षा और समृद्धि के लिए आवश्यक है। भारत आज विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और जल्द ही तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है।”


राजनाथ सिंह ने गुरुवार को दिल्ली में सीआईआई की बैठक में कहा, “मैं मानता हूँ कि पाक अधिकृत कश्मीर के लोग हमारे अपने हैं। हम एक भारत श्रेष्ठ भारत के संकल्प के प्रति प्रतिबद्ध हैं। हमें विश्वास है कि जो लोग आज हमसे भौगोलिक और राजनीतिक रूप से अलग हैं, वे एक दिन भारत की मुख्य धारा में लौटेंगे।”


उन्होंने पीओके के लोगों की स्थिति की तुलना वीर योद्धा महाराणा प्रताप के छोटे भाई शक्ति सिंह से की, यह बताते हुए कि विश्वास और संबंध कभी खत्म नहीं होते।


राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत हमेशा दिलों को जोड़ने की बात करता है और हमें विश्वास है कि प्रेम और एकता के मार्ग पर चलकर पीओके एक दिन भारत का हिस्सा बनेगा।


ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, “हमने आतंकवादी ठिकानों और दुश्मन के सैन्य अड्डों को नष्ट किया। हमने संयम और शक्ति का एक बेहतरीन उदाहरण पेश किया है। आत्मनिर्भरता के तहत हम क्रिटिकल और फ्रंटियर टेक्नोलॉजी में भी सफलता प्राप्त कर रहे हैं।”


उन्होंने बताया कि भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा में मेक इन इंडिया एक अनिवार्य तत्व है। यदि यह क्षमता नहीं होती, तो भारत आतंकवाद के खिलाफ इतनी प्रभावी कार्रवाई नहीं कर पाता। हाल ही में 5वीं जनरेशन के फाइटर एयरक्राफ्ट 'ऐमका प्रोजेक्ट' के प्रोटोटाइप मॉडल को बनाने की मंजूरी दी गई है, जो भारत की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करेगा।


राजनाथ सिंह ने कहा कि आज हम केवल लड़ाकू विमान या मिसाइल सिस्टम नहीं बना रहे हैं, बल्कि न्यू ऐज वॉरफेयर टेक्नोलॉजी के लिए भी तैयार हो रहे हैं। हमारी घरेलू प्रणालियों ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान यह साबित किया है कि हम दुश्मन के किसी भी कवच को भेदने की क्षमता रखते हैं।


उन्होंने बताया कि आज देश में 16,000 से अधिक एमएसएमई रक्षा क्षेत्र से जुड़े हैं, जो आत्मनिर्भरता की यात्रा को मजबूत कर रहे हैं और लाखों लोगों को रोजगार दे रहे हैं। पिछले 10 वर्षों में, भारत का रक्षा उत्पादन 43,746 करोड़ रुपए से बढ़कर 1,46,000 करोड़ रुपए के रिकॉर्ड आंकड़े को पार कर चुका है।


राजनाथ सिंह ने कहा, “भारत का रक्षा क्षेत्र अब वैश्विक विश्वास का प्रतीक बन चुका है। यह केवल विकास यात्रा नहीं है, बल्कि भारत के प्रति बढ़ते विश्वास की यात्रा है।”