रात में यूरिक एसिड के बढ़ने के लक्षण और उनके प्रभाव
यूरिक एसिड का बढ़ा हुआ स्तर कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है, विशेषकर रात के समय। इस लेख में हम उन लक्षणों पर चर्चा करेंगे जो रात में यूरिक एसिड के बढ़ने पर प्रकट होते हैं, जैसे जोड़ों में दर्द, सूजन, और बेचैनी। जानें कि इन लक्षणों को कैसे पहचानें और क्या करें।
Sep 9, 2025, 17:53 IST
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यूरिक एसिड का परिचय
हमारी बॉडी में यूरिक एसिड एक प्राकृतिक रसायन होता है, जो प्यूरीन नामक पदार्थ के टूटने से उत्पन्न होता है। कुछ खाद्य पदार्थों में भी यह पाया जाता है, लेकिन सामान्यतः किडनी इसे फिल्टर करके बाहर निकाल देती है। जब शरीर में इसकी मात्रा बढ़ जाती है, तो यह कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। बढ़ते यूरिक एसिड के लक्षण अक्सर रात में ही प्रकट होते हैं, और इन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
रात में जोड़ों में दर्द
रात में जोड़ों का दर्द होना
जब यूरिक एसिड का स्तर बढ़ता है, तो जोड़ों में तेज दर्द महसूस होता है। यह दर्द रात के समय अधिक तीव्र हो जाता है। बढ़ा हुआ यूरिक एसिड शरीर के जोड़ों में क्रिस्टल के रूप में जमा हो जाता है, जिससे जोड़ों में चुभने वाला दर्द होता है। कई बार यह दर्द नींद को भी बाधित कर सकता है।
जोड़ों में सूजन और अकड़न
जोड़ों में अकड़न और सूजन
हाई यूरिक एसिड के कारण जोड़ों में सूजन, गर्माहट और लालिमा उत्पन्न होती है। रात में एक ही स्थिति में लेटे रहने से रक्त प्रवाह प्रभावित होता है, जिससे जोड़ों में अकड़न बढ़ जाती है। सुबह उठने पर जोड़ों को हिलाना मुश्किल हो जाता है, जिससे सूजन भी बढ़ जाती है।
बार-बार पेशाब आना
बार-बार पेशाब आना
जब यूरिक एसिड का स्तर बढ़ता है, तो इसका प्रभाव किडनी पर पड़ता है। किडनी इसे फिल्टर करने की कोशिश करती है, जिससे रात में बार-बार पेशाब आने की समस्या होती है। इस दौरान पेशाब की मात्रा कम हो सकती है, जिससे ऐसा लगता है कि ब्लैडर पूरी तरह से खाली नहीं हुआ है।
रात में बेचैनी और पसीना
रात को बेचैनी बढ़ना और पसीना आना
रात के समय शरीर में सूजन और लगातार दर्द नर्वस सिस्टम को प्रभावित करता है, जिससे लोगों को अधिक पसीना आता है और बेचैनी महसूस होती है।