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रूस के कामचटका में क्राशेनिनिकोव ज्वालामुखी का विस्फोट, आसमान में उठी राख

रूस के कामचटका प्रायद्वीप में क्राशेनिनिकोव ज्वालामुखी ने 600 वर्षों में पहली बार विस्फोट किया है, जिससे आसमान में छह किलोमीटर ऊँचा राख का गुबार बन गया। इस घटना के बाद क्षेत्र में ऑरेंज एविएशन वार्निंग जारी की गई है। ज्वालामुखी की गतिविधि में वृद्धि अप्रैल 2025 से देखी जा रही है। जानें इस विस्फोट के कारण और इसके प्रभाव के बारे में।
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रूस के कामचटका में क्राशेनिनिकोव ज्वालामुखी का विस्फोट, आसमान में उठी राख

क्राशेनिनिकोव ज्वालामुखी का विस्फोट



कामचटका ज्वालामुखी विस्फोट प्रतिक्रिया दल (KVERT) के अनुसार, रविवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 2:50 बजे विस्फोट की शुरुआत हुई, जिससे पहले 3 से 4 किलोमीटर की ऊँचाई तक राख के गुबार उठे। इसके बाद, यह गुबार बढ़कर 6,000 मीटर (19,700 फीट) तक पहुँच गया, जिसके कारण क्षेत्र में ऑरेंज एविएशन वार्निंग जारी की गई।


क्लुचेव्स्कॉय ज्वालामुखी, जो यूरेशिया का सबसे ऊँचा सक्रिय ज्वालामुखी है, एक पूर्ण शंकु के आकार का है और इसका शिखर लगभग 700 मीटर व्यास का गड्ढा है। इसकी ढलानों पर लगभग 80 सहायक विस्फोटक गड्ढे और सिंडर शंकु स्थित हैं। क्राशेनिनिकोव ज्वालामुखी में छह सदियों के बाद पहली बार इस तरह की गतिविधि देखी गई है।


यह ज्वालामुखी उस्त-कामचत्स्की ज़िले के क्लुची गाँव से 30 किलोमीटर दूर है, जहाँ लगभग 4,500 लोग निवास करते हैं। इसकी गतिविधि अप्रैल 2025 में शुरू हुई थी, और 30 जुलाई को आए भूकंप के बाद इसकी सक्रियता में वृद्धि हुई है।