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रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा के लिए 1800 सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना बनाई

उत्तर मध्य रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। रेलवे ने 1800 सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना बनाई है, जो प्रयागराज, झांसी और आगरा डिवीजनों के सभी यात्री डिब्बों में स्थापित किए जाएंगे। इस पहल के तहत, उच्च तकनीक वाले AI आधारित कैमरे भी कुछ प्रीमियम ट्रेनों में लगाए जाएंगे। इसके अलावा, रेलवे ने एक वॉर रूम की स्थापना की है, जो 24 घंटे सक्रिय रहेगा और आपात स्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करेगा।
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रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा के लिए 1800 सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना बनाई

यात्रियों की सुरक्षा के लिए नई पहल

रेलवे यात्रियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए लगातार नए कदम उठा रहा है। हाल ही में, उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) ने प्रयागराज, झांसी और आगरा डिवीजनों के सभी यात्री डिब्बों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्णय लिया है। इस योजना के तहत 895 आधुनिक लिंके हॉफमैन बुश (LHB) कोच और 887 इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICP) कोच में कैमरे स्थापित किए जाएंगे.


AI आधारित कैमरों का उपयोग

अधिकारियों के अनुसार, प्रयागराज एक्सप्रेस और श्रमशक्ति एक्सप्रेस जैसी कुछ प्रीमियम ट्रेनों में उच्च तकनीक वाले AI आधारित कैमरे लगाए जाएंगे। पहले चरण में प्रयागराज-डॉ अंबेडकर नगर एक्सप्रेस, कालिंदी एक्सप्रेस, और अन्य ट्रेनों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे.


कैमरों की संख्या और स्थान

हर एसी कोच में चार कैमरे लगाए जाएंगे, जबकि सामान्य डिब्बों और SLR डिब्बों में छह कैमरे होंगे। ये कैमरे 100 किमी प्रति घंटे की गति और कम रोशनी में भी स्पष्ट फुटेज रिकॉर्ड करने में सक्षम हैं, और इन्हें प्रवेश द्वारों और गैलरी में स्थापित किया जाएगा.


निगरानी की नई प्रणाली

ये सीसीटीवी कैमरे एनसीआर मुख्यालय और मंडल रेल प्रबंधक (DRM) कार्यालयों से जुड़े होंगे, जिससे निगरानी की जा सकेगी। इसके अलावा, लोकोमोटिव के केबिन में भी कैमरे लगाने पर विचार किया जा रहा है. एनसीआर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने कहा कि यह पहल रेलवे की सुरक्षित यात्रा के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है.


वॉर रूम की स्थापना

प्रयागराज में यात्री सुरक्षा निगरानी के लिए एक अत्याधुनिक 'वॉर रूम' की शुरुआत की गई है, जो 24 घंटे सक्रिय रहेगा। यह वॉर रूम किसी भी रेल दुर्घटना या आपात स्थिति में लाइव फीड प्रदान करेगा, जिससे वरिष्ठ अधिकारी त्वरित राहत कार्य कर सकेंगे.