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विटामिन बी-12 का ओवरडोज: जानें इसके प्रभाव और सही सेवन का तरीका

विटामिन बी-12 हमारे शरीर के लिए आवश्यक है, लेकिन इसकी अधिकता भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है। जानें कब और कैसे विटामिन बी-12 का सेवन करना चाहिए, इसके दुष्प्रभाव क्या हो सकते हैं, और सही मात्रा का निर्धारण कैसे किया जाए। यह जानकारी आपको सही निर्णय लेने में मदद करेगी।
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विटामिन बी-12 का ओवरडोज: जानें इसके प्रभाव और सही सेवन का तरीका

विटामिन बी-12 क्या है?

विटामिन बी-12 एक महत्वपूर्ण घुलनशील विटामिन है, जिसकी हमारे शरीर को आवश्यकता होती है। जब इसकी मात्रा बढ़ जाती है, तो यह आमतौर पर पेशाब के माध्यम से बाहर निकल जाती है। इसलिए, सामान्यतः इसका ओवरडोज गंभीर नहीं माना जाता। हालांकि, लंबे समय तक अधिक मात्रा में बी-12 सप्लीमेंट लेने से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। जब शरीर में इसकी कमी होती है, तो लिवर में संग्रहित विटामिन बी-12 मदद करता है।


विटामिन बी-12 सप्लीमेंट कब लें?

डॉ. विक्रम जीत सिंह, आकाश हेल्थ केयर के सीनियर कंसल्टेंट, बताते हैं कि यदि किसी व्यक्ति को विटामिन बी-12 की कमी है, तो उसे आहार के माध्यम से इसे बढ़ाने की सलाह दी जाती है। सप्लीमेंट का सेवन तब किया जाना चाहिए जब शरीर में इसकी मात्रा बहुत कम हो जाए। सही सप्लीमेंट का चयन डॉक्टर द्वारा किया जाता है, जो मरीज की आवश्यकताओं के अनुसार होता है।


अधिक विटामिन बी-12 से होने वाली समस्याएं

यदि शरीर में विटामिन बी-12 की मात्रा अत्यधिक हो जाती है, तो कुछ व्यक्तियों में इसके दुष्प्रभाव दिखाई दे सकते हैं।



  • त्वचा पर रैशेज।

  • पिंपल्स और मुंहासे।

  • सिरदर्द, बेचैनी या उच्च रक्तचाप।

  • दस्त।

  • कभी-कभी एलर्जी भी हो सकती है।


कुछ चिकित्सा रिपोर्ट्स में यह भी उल्लेख किया गया है कि अत्यधिक बी-12 लेने से कैंसर या लिवर से संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।