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विश्व सिकल सेल दिवस: जागरूकता और मिथकों का निवारण

हर साल 19 जून को विश्व सिकल सेल दिवस मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य इस आनुवंशिक रक्त विकार के प्रति जागरूकता फैलाना है। इस दिन, विशेषज्ञों ने सिकल सेल एनीमिया के लक्षणों और इसके बारे में फैली भ्रांतियों पर चर्चा की। जानें कि कैसे यह बीमारी विभिन्न जातियों में पाई जाती है और इसके इलाज के विकल्प क्या हैं। सही जानकारी से हम इस बीमारी से जुड़े डर और भेदभाव को समाप्त कर सकते हैं।
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विश्व सिकल सेल दिवस: जागरूकता और मिथकों का निवारण

विश्व सिकल सेल दिवस का महत्व

हर वर्ष 19 जून को विश्व सिकल सेल दिवस मनाया जाता है, जिसका मुख्य उद्देश्य इस आनुवंशिक रक्त विकार के प्रति जागरूकता फैलाना और इससे जुड़े मिथकों को दूर करना है। इस अवसर पर, एक विशेषज्ञ ने सिकल सेल एनीमिया के बारे में जानकारी साझा की और समाज में फैली कुछ सामान्य भ्रांतियों पर प्रकाश डाला।


सिकल सेल एनीमिया क्या है?


सिकल सेल एनीमिया एक आनुवंशिक स्थिति है जो लाल रक्त कोशिकाओं को प्रभावित करती है। सामान्य लाल रक्त कोशिकाएं गोल और लचीली होती हैं, जो रक्त वाहिकाओं के माध्यम से आसानी से गुजरती हैं और शरीर में ऑक्सीजन का संचार करती हैं। लेकिन इस बीमारी से ग्रसित व्यक्तियों में, लाल रक्त कोशिकाएं हंसिए के आकार की और कठोर हो जाती हैं। ये कोशिकाएं आसानी से टूट जाती हैं और छोटी रक्त वाहिकाओं में फंस सकती हैं, जिससे रक्त प्रवाह में रुकावट आती है।


मुख्य लक्षण


  • तीव्र दर्द (जिसे सिकल सेल क्राइसिस कहा जाता है)
  • खून की कमी (एनीमिया)
  • हाथों और पैरों में सूजन
  • थकान और कमजोरी
  • बार-बार संक्रमण


सामान्य मिथकों का निवारण


मिथक: यह एक संक्रामक रोग है। सच्चाई: सिकल सेल एनीमिया एक आनुवंशिक रोग है, जो माता-पिता से बच्चों में जीन के माध्यम से आता है।


मिथक: सिकल सेल वाले लोग सामान्य जीवन नहीं जी सकते। सच्चाई: उचित चिकित्सा देखभाल और जीवनशैली प्रबंधन के साथ, कई लोग सामान्य और उत्पादक जीवन जी सकते हैं।


मिथक: यह केवल कुछ जातियों में होता है। सच्चाई: यह बीमारी विभिन्न जातीय समूहों में पाई जाती है।


मिथक: इसका कोई इलाज नहीं है। सच्चाई: बोन मैरो ट्रांसप्लांट कुछ मामलों में इसे ठीक कर सकता है, और नई दवाएं उपलब्ध हैं।


विश्व सिकल सेल दिवस हमें इस बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाने और प्रभावित व्यक्तियों के लिए समर्थन जुटाने का अवसर प्रदान करता है। सही जानकारी से हम इस बीमारी से जुड़े डर और भेदभाव को समाप्त कर सकते हैं।