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शराब का सेवन और लिवर स्वास्थ्य: जानें इसके प्रभाव

लिवर हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है, जो रक्त को शुद्ध करने और ऊर्जा को संग्रहित करने में मदद करता है। शराब का सेवन लिवर पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है, जिससे एल्कोहॉल-रिलेटेड लिवर डिजीज जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इस लेख में, हम शराब के सेवन के विभिन्न चरणों और उनके लक्षणों के बारे में जानेंगे, साथ ही लिवर की सेहत को बनाए रखने के उपाय भी साझा करेंगे।
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लिवर का महत्व और शराब का प्रभाव

लिवर हमारे शरीर का एक अत्यंत महत्वपूर्ण अंग है, जो रक्त को शुद्ध करने के साथ-साथ ऊर्जा को संग्रहित करता है और हानिकारक तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है। हालांकि, शराब का सेवन लिवर पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है, विशेषकर जब यह अनियंत्रित और लगातार हो। शराब का सेवन करते समय, लिवर इसे तोड़ने का कार्य करता है, जिससे विषैले पदार्थ उत्पन्न होते हैं, जो लिवर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं।


यदि आप नियमित रूप से अधिक मात्रा में शराब का सेवन करते हैं, तो ये विषैले तत्व लिवर के लिए खतरा बन जाते हैं और इसकी कार्यक्षमता को धीरे-धीरे कम कर देते हैं। अत्यधिक शराब पीने से होने वाली सबसे सामान्य बीमारी को एल्कोहॉल-रिलेटेड लिवर डिजीज (ARLD) कहा जाता है। यह बीमारी तीन चरणों में विकसित होती है। पहले चरण में, लिवर में फैटी बदलाव होते हैं, जिससे उसमें अतिरिक्त चर्बी जमा हो जाती है। यह स्थिति, जिसे फैटी लिवर कहा जाता है, कुछ हफ्तों तक भारी शराब पीने से भी हो सकती है। अच्छी बात यह है कि यदि इस स्तर पर शराब का सेवन बंद कर दिया जाए, तो लिवर अपनी सेहत को फिर से बहाल कर सकता है।


दूसरे चरण में, एल्कोहॉलिक हेपेटाइटिस विकसित होता है, जिसमें लिवर में सूजन आ जाती है। इसके साथ थकान, उल्टी, भूख में कमी और त्वचा एवं आंखों का पीला पड़ना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। यदि इस स्थिति का समय पर इलाज न किया जाए, तो यह गंभीर हो सकता है। अंतिम और सबसे गंभीर चरण सिरोसिस का होता है, जिसमें लिवर का सामान्य ऊतक खत्म होकर कठोर और घना ऊतक बन जाता है, जिससे लिवर अपनी कार्यप्रणाली खो देता है। इस स्थिति में लिवर की कोशिकाएं ठीक नहीं हो पातीं और अक्सर लिवर ट्रांसप्लांट की आवश्यकता होती है।


यदि आपको आंखों या त्वचा का रंग पीला दिखाई दे, पेट में सूजन या दर्द हो, भूख कम लगे, वजन अचानक घटने लगे, हथेलियां लाल हों या अत्यधिक थकान महसूस हो, तो इन संकेतों को नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।