शराब के सेवन से शरीर में हार्मोनल बदलाव: क्या सच में मिलता है हल्का महसूस?

शराब और उसके प्रभाव
शराब का सेवन और हार्मोन रिलीज: क्या आपने कभी सोचा है कि शराब पीने के बाद हम हल्का महसूस करते हैं और सब कुछ भूल जाते हैं? आज की तेज़-तर्रार दुनिया में, शराब का सेवन न केवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, बल्कि यह आपकी जेब पर भी भारी पड़ता है। यह न केवल शरीर को कमजोर बनाती है, बल्कि कई बार मानसिक स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव डालती है। साहित्य और सिनेमा में शराब के दुष्प्रभावों के कई उदाहरण मिलते हैं। आपने देखा होगा कि शराब के नशे में लोग अपना संतुलन खो देते हैं और अक्सर बेवजह हंसते या रोते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस दौरान हमारे शरीर में कौन से हार्मोनल परिवर्तन होते हैं?
1. शराब और डोपामाइन हार्मोन
शराब पीने के बाद सबसे पहले डोपामाइन हार्मोन रिलीज होता है, जिसे 'खुशी का हार्मोन' कहा जाता है। यह मस्तिष्क के इनाम तंत्र को सक्रिय करता है, जिससे व्यक्ति को तात्कालिक खुशी और संतोष का अनुभव होता है। न्यूरोसाइंटिस्ट बताते हैं कि शराब के सेवन से डोपामाइन का स्तर तेजी से बढ़ता है, जिससे व्यक्ति अपने तनाव और दुखों को भुलाकर आनंद में डूब जाता है।
2. सेरोटोनिन हार्मोन
शराब का सेवन सेरोटोनिन के स्तर को भी प्रभावित करता है, जो मूड को स्थिर करने और तनाव को कम करने में मदद करता है। शराब पीने के तुरंत बाद सेरोटोनिन का स्तर तेजी से बढ़ता है, जिससे व्यक्ति को शांति और हल्कापन महसूस होता है। हालांकि, यह प्रभाव अस्थायी होता है और लंबे समय तक शराब के सेवन से सेरोटोनिन का संतुलन बिगड़ सकता है।
3. एंडोर्फिन हार्मोन
अधिक शराब का सेवन करने से एंडोर्फिन हार्मोन भी रिलीज होता है, जो शरीर के दर्द को कम करने में मदद करता है। जब आप शराब पीते हैं, तो एंडोर्फिन का रिलीज आपको तनावमुक्त और हल्का महसूस कराता है, जिससे गम भुलाने में मदद मिलती है।
4. गाबा और ग्लूटामेट हार्मोन
शराब मस्तिष्क में गाबा (GABA) और ग्लूटामेट हार्मोन्स के संतुलन को भी प्रभावित करती है। गाबा मस्तिष्क को शांत करता है, जबकि ग्लूटामेट उत्तेजना को बढ़ाता है। शराब गाबा की गतिविधि को बढ़ाकर मस्तिष्क को शांत करती है, जिससे व्यक्ति तनावमुक्त और रिलैक्स महसूस करता है। इस प्रकार, शराब का सेवन तनाव भुलाने का एक लोकप्रिय तरीका बन गया है।
विशेषज्ञों की चेतावनी
हालांकि शराब पीने से तात्कालिक राहत मिलती है, लेकिन विशेषज्ञ चेतावनी देते हैं कि यह प्रभाव अस्थायी होता है। लंबे समय तक शराब का सेवन हार्मोन्स के संतुलन को बिगाड़ सकता है, जिससे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। शराब गम भुलाने का एक तात्कालिक उपाय हो सकता है, लेकिन यह स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक है।