शरीर की तीन प्रकृतियों का संतुलन: स्वास्थ्य के लिए आवश्यक टिप्स
हमारे शरीर में वात, पित्त और कफ नामक तीन प्रमुख प्रकृतियाँ होती हैं। इनका संतुलन बनाए रखना स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। इस लेख में, हम जानेंगे कि किन खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए और कौन से उपाय अपनाने चाहिए ताकि इन तीनों प्रकृतियों का संतुलन बना रहे। नियमित योग और सही आहार से आप स्वास्थ्य समस्याओं से बच सकते हैं।
Aug 25, 2025, 18:44 IST
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शरीर की तीन प्रकृतियाँ और उनका संतुलन
स्वास्थ्य समाचार: हमारे शरीर में वात, पित्त और कफ नामक तीन प्रमुख प्रकृतियाँ होती हैं। जब इनमें असंतुलन उत्पन्न होता है, तो यह विभिन्न बीमारियों का कारण बन सकता है। इसलिए, इन तीनों का संतुलन बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है। आज हम जानेंगे कि हमें किन सावधानियों का पालन करना चाहिए।
- यदि आपको हड्डियों, जोड़ों या मांसपेशियों में दर्द है, तो खट्टी चीजें जैसे नींबू और दही का सेवन न करें। ये वायु रोग को बढ़ा सकते हैं।
- जोड़ों के दर्द से पीड़ित व्यक्तियों को फूलगोभी, खीरा, मटर और उड़द की दाल का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि ये दर्द को बढ़ा सकते हैं।
- पित्त रोग के दौरान गर्म चीजों से बचें और खाने के एक घंटे बाद पानी पिएं। कच्चे भोजन जैसे सलाद का सेवन अधिक करें, क्योंकि पका हुआ भोजन एसिड उत्पन्न करता है। पत्तागोभी, खीरा, टमाटर और चुकंदर का सलाद फायदेमंद होता है।
- कफ रोग के मामले में चिकनाई वाले खाद्य पदार्थों से दूर रहें। घी और तेल में बने पराठे न खाएं और ठंडा पानी न पिएं। गर्म पानी का सेवन करें।
- एलोवेरा और गिलोय का जूस पीने से तीनों प्रकृतियों का संतुलन बना रहता है। नियमित योग और आसन जैसे कपालभाति और अनुलोम विलोम करने से भी स्वास्थ्य में सुधार होता है।