श्रावण माह के अंतिम दिन शिवालयों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़

श्रद्धालुओं ने शिव मंदिरों की ओर किया रुख
जींद में सावन माह के अंतिम दिन, शनिवार को, श्रद्धालुओं की एक बड़ी संख्या ने शिव मंदिरों की ओर रुख किया। हल्की बारिश के बावजूद, भक्तों की आस्था में कोई कमी नहीं आई। श्रद्धालु बारिश में भीगते हुए भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए मंदिरों में पहुंचे। शहर के विभिन्न शिव मंदिरों जैसे राधा कृष्ण मंदिर, भूतेश्वर मंदिर, रानी तालाब मंदिर, लक्ष्मी नारायण मंदिर और अन्य स्थानों पर भक्तों की भीड़ देखी गई।
सावन की फुहारों ने बढ़ाया उत्साह
सावन की बारिश ने मौसम को और भी सुहावना बना दिया था, जिससे मंदिरों में भक्तों का उत्साह बढ़ गया। हर भक्त के चेहरे पर खुशी और उमंग साफ नजर आ रही थी। भक्तों ने अपने-अपने तरीके से पूजा अर्चना की। उनका मानना था कि सावन का महीना अगले वर्ष ही आएगा, इसलिए सभी ने भगवान शिव की भक्ति में कोई कसर नहीं छोड़ी।
मंदिरों में सफाई और व्यवस्था का ध्यान
भक्त अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए प्रार्थना करते हुए नजर आए। सावन के पूरे महीने मंदिर प्रबंधन और पुजारियों ने भक्तों की सुविधा का पूरा ध्यान रखा। मंदिरों में सफाई का विशेष ध्यान रखा गया और श्रद्धालुओं के बैठने के लिए उचित व्यवस्था की गई ताकि उन्हें किसी प्रकार की परेशानी न हो। जयंती देवी मंदिर के पुजारी नवीन शास्त्री ने बताया कि श्रावण माह भगवान भोलेनाथ की भक्ति का महीना माना जाता है।
भगवान आशुतोष की कृपा
श्रद्धालु पूरे श्रावण माह में सच्चे मन से भगवान आशुतोष की पूजा करते हैं, जिससे उनके सारे कष्ट और पाप दूर हो जाते हैं। जो भक्त पूरे श्रावण मास में नियमित रूप से जलाभिषेक और रुद्राभिषेक करते हैं, उन पर भगवान आशुतोष की विशेष कृपा होती है।