सफेद दाग: कारण, लक्षण और उपचार के उपाय

सफेद दाग क्या है?
स्वास्थ्य समाचार: सफेद दाग एक बीमारी नहीं है, बल्कि यह त्वचा में मेलानिन की कमी के कारण होता है, जिससे त्वचा का रंग हल्का हो जाता है। यह रोग किसी व्यक्ति से दूसरे में नहीं फैलता। इस स्थिति में शारीरिक दर्द, जलन या खुजली नहीं होती, केवल चेहरे पर दाग दिखाई देते हैं। सफेद दाग के कारण व्यक्ति मानसिक तनाव और हीनता का अनुभव कर सकता है।
सफेद दाग के लक्षण
इस रोग के लक्षणों में शरीर के किसी भी हिस्से पर पीले रंग का छोटा दाग बनना शामिल है, जो बाद में सफेद हो जाता है। यह दाग धीरे-धीरे फैलकर बड़े चकत्ते का रूप ले सकता है।
सफेद दाग के कारण
दूषित भोजन के सेवन से शरीर में विषाक्त पदार्थ जमा हो जाते हैं, जिससे सफेद दाग हो सकते हैं। आंतों में कीड़े लगने से भी यह समस्या उत्पन्न हो सकती है। इसके अलावा, पेचिश, कब्ज, चर्मरोग, टायफाइड, तपेदिक, एक्जिमा, दमा, मधुमेह, फोड़े, चोट, जलने और जिगर से संबंधित रोग भी सफेद दाग का कारण बन सकते हैं। मल-मूत्र के वेग को रोकने से भी त्वचा पर सफेद दाग हो सकते हैं। हार्मोनल असंतुलन और मानसिक तनाव भी इस रोग को जन्म दे सकते हैं।
उपचार के उपाय
सफेद दाग कोई गंभीर समस्या नहीं है, इसलिए इसे लेकर निराश होने की आवश्यकता नहीं है। उचित उपचार से इसे जल्दी ठीक किया जा सकता है और इसके बढ़ने से रोका जा सकता है। हालांकि, यदि इसे समय पर नहीं ठीक किया गया, तो इसमें कुछ महीने से लेकर वर्षों तक का समय लग सकता है।