सर्दियों में एंग्जायटी: जानें इसके लक्षण और बचाव के उपाय
सर्दियों में शरीर की देखभाल
नई दिल्ली: सर्दियों के मौसम में पूरे शरीर की देखभाल करना अत्यंत आवश्यक है। कई बार, सावधानी बरतने के बावजूद, अचानक शरीर में ठंडक महसूस होने लगती है, हाथ-पैर ठंडे पड़ जाते हैं और बोलने में कठिनाई होती है। इन लक्षणों को समझना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
विंटर एंग्जायटी क्या है?
'विंटर एंग्जायटी' या 'कोल्ड-इंड्यूस्ड पैनिक' अटैक एक ऐसी स्थिति है जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। इसके कई कारण हो सकते हैं, लेकिन मुख्य कारण शरीर के तापमान में अचानक बदलाव है। जब शरीर का तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला जाता है, तो कंपन शुरू हो जाता है और मांसपेशियां तेजी से सिकुड़ने लगती हैं। इससे रक्त का प्रवाह प्रभावित होता है, जिससे घबराहट और पसीना आने लगता है।
मानसिक प्रभाव
'विंटर एंग्जायटी' केवल शारीरिक नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य से भी जुड़ी है। सर्दियों में तनाव पैदा करने वाला हार्मोन कॉर्टिसोल बढ़ जाता है, जिससे चिंता और बेचैनी महसूस होती है। इसके अलावा, रक्त वाहिकाओं का सिकुड़ना भी इस स्थिति को बढ़ा सकता है।
क्या करें?
इस स्थिति में सबसे पहले खुद को शांत करने का प्रयास करें और एक अच्छे वातावरण में गहरी सांस लें। इससे रक्त वाहिकाओं पर दबाव कम होगा और दिल तथा मस्तिष्क तक ऑक्सीजन सही से पहुंचेगी। इसके अलावा, गुनगुने पानी में नमक मिलाकर धीरे-धीरे पीना भी फायदेमंद हो सकता है। यह तंत्रिका तंत्र को शांत करने में मदद करता है।
यदि कंपकंपी अधिक हो रही है, तो अपने हाथों को आपस में रगड़ें और उन्हें आंखों और कानों के पीछे लगाएं। ये नसें शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में सहायक होती हैं। अगर ठंड बहुत अधिक महसूस हो रही है, तो मोटे कंबल का उपयोग करें और किसी से कंबल के ऊपर से गले लगाने के लिए कहें। इसे डीप टच प्रेशर कहा जाता है, जो गर्माहट और सुरक्षा प्रदान करता है।
