सर्दियों में जोड़ों के दर्द से राहत: जानें देसी सूप के फायदे और बनाने की विधि
सर्दियों में हड्डियों और जोड़ों के दर्द की समस्या
दर्द से राहत के लिए अस्थायी उपाय
अधिकतर लोग दर्द से राहत पाने के लिए पेनकिलर या गर्म पट्टी का उपयोग करते हैं, लेकिन ये केवल अस्थायी समाधान होते हैं। आयुर्वेद और पोषण विशेषज्ञों का मानना है कि सर्दियों में सही आहार अपनाकर इस दर्द से लंबे समय तक राहत पाई जा सकती है। खासकर गर्म और पोषक तत्वों से भरपूर सूप शरीर को अंदर से ताकत प्रदान करता है। इस समय एक विशेष देसी सूप जोड़ों के दर्द के लिए बेहद लाभकारी माना जा रहा है।
हड्डियों और जोड़ों के दर्द के लिए प्रभावी सूप
मूंग दाल, ताजगी से भरी सब्जियों और देसी मसालों से तैयार किया गया यह सूप प्रोटीन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्वों से भरपूर होता है। यह न केवल शरीर को गर्म रखता है, बल्कि सूजन और जकड़न को कम करने में भी सहायक है।
सूप बनाने के लिए आवश्यक सामग्री
धुली मूंग दाल – 2 चम्मच
गाजर – 1 (कटी हुई)
लौकी या पालक – थोड़ी मात्रा
हल्दी – आधा चम्मच
काली मिर्च – आधा चम्मच
देसी घी – 1 चम्मच
अदरक – छोटा टुकड़ा
नमक – स्वादानुसार
पानी – 2 कप
सूप बनाने की विधि
कुकर में घी डालकर अदरक को हल्का भूनें। फिर मूंग दाल और सब्जियां डालें। हल्दी, काली मिर्च और नमक मिलाएं। पानी डालकर 2 सीटी आने दें। ठंडा होने पर हल्का मिक्स करें और गुनगुना पिएं।
इस सूप के लाभ
यह सूप जोड़ों की सूजन को कम करने में मदद करता है। हल्दी और अदरक के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण दर्द से राहत देते हैं। मूंग दाल और सब्जियों से मिलने वाला प्रोटीन और कैल्शियम हड्डियों को मजबूत बनाता है। यह सर्दियों में शरीर को अंदर से गर्म रखता है और पेट के लिए भी हल्का होता है। नियमित सेवन से पेनकिलर पर निर्भरता कम हो सकती है।
सूप का सेवन कैसे करें
इसे रात के खाने में या सोने से एक घंटे पहले पिएं। हफ्ते में 4-5 दिन गुनगुना सेवन करें। जिनका यूरिक एसिड अधिक है या गंभीर आर्थराइटिस की समस्या है, वे पहले डॉक्टर से सलाह लें।
महत्वपूर्ण सूचना
डिस्क्लेमर: यह जानकारी केवल सामान्य संदर्भ के लिए है। किसी भी चिकित्सा सलाह के लिए विशेषज्ञ या डॉक्टर से परामर्श अवश्य करें।
