सर्दियों में डिहाइड्रेशन से बचने के उपाय: जानें कैसे रखें खुद को हाइड्रेटेड
करनाल में सर्दियों में पानी की कमी
करनाल, सर्दियों में डिहाइड्रेशन: यदि आप सर्दियों में पानी पीने में कमी करते हैं, तो आपको डिहाइड्रेशन, सिरदर्द, यूरिन संक्रमण और थकान का सामना करना पड़ सकता है। करनाल के अस्पताल में प्रतिदिन 20-25 महिलाएं यूरिन संक्रमण के कारण आ रही हैं। जानें इससे कैसे बचें।
जैसे-जैसे ठंड बढ़ती है, लोग पानी पीना भूल जाते हैं। "प्यास नहीं लगती" कहकर गिलास को दूर रख देते हैं, जिसके परिणामस्वरूप अस्पतालों में डिहाइड्रेशन के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। जिला नागरिक अस्पताल में चक्कर आना, सिरदर्द, कमजोरी, सूखी त्वचा और विशेष रूप से यूरिन संक्रमण की शिकायत लेकर आने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। महिलाएं इस समस्या से सबसे अधिक प्रभावित हैं। डॉक्टर लगातार चेतावनी दे रहे हैं कि चाहे ठंड हो या गर्मी, दिन में 6-8 गिलास पानी पीना आवश्यक है।
सर्दियों में प्यास कम लगने के कारण
डॉक्टरों के अनुसार, सर्दियों में पसीना कम निकलता है, जिससे प्यास का एहसास 40% तक कम हो जाता है। हालांकि, शरीर को पानी की आवश्यकता उतनी ही रहती है। पानी की कमी से खून गाढ़ा हो जाता है, कब्ज, सिरदर्द और यूरिन संक्रमण की समस्या बढ़ जाती है। हाल के दिनों में करनाल अस्पताल में ऐसे मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है।
महिलाओं पर डिहाइड्रेशन का प्रभाव
महिला रोग ओपीडी में रोजाना 20-25 महिलाएं पेशाब में जलन, बार-बार पेशाब आना और दर्द की शिकायत लेकर पहुंच रही हैं। डॉ. वैशाली गुप्ता के अनुसार, सर्दियों में यह समस्या बढ़ जाती है क्योंकि अधिकांश महिलाएं दिन में 2-3 गिलास से अधिक पानी नहीं पीतीं। यदि वे गुनगुना पानी पिएं, तो संक्रमण का खतरा कम हो सकता है।
चाय, कॉफी या सूप से पानी की कमी नहीं पूरी होती।
डिहाइड्रेशन के प्रारंभिक लक्षण
होंठ फटना, सिरदर्द, पेशाब का गाढ़ा होना, चक्कर आना, थकान और त्वचा का सूखना, ये सभी डिहाइड्रेशन के संकेत हैं।
डिहाइड्रेशन से बचने के 5 सरल उपाय
सुबह खाली पेट 2 गिलास गुनगुना पानी पिएं।
हर 2 घंटे में एक गिलास पानी पीने का रिमाइंडर लगाएं।
ऑफिस या घर में पानी की बोतल हमेशा पास रखें।
चाय और कॉफी की मात्रा कम करें, और फलों तथा हल्के सूप का सेवन बढ़ाएं।
रात को सोने से पहले भी एक गिलास पानी पिएं।
