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सर्दियों में राहत के लिए सूर्यभेदन प्राणायाम के लाभ

सर्दियों का मौसम आते ही ठंड से राहत पाने के लिए सूर्यभेदन प्राणायाम एक प्रभावी उपाय है। यह प्राणायाम न केवल शरीर की गर्मी बढ़ाता है, बल्कि इम्यूनिटी को भी मजबूत करता है। जानें इस प्राणायाम के लाभ और सही विधि, जिससे आप सर्दियों में स्वस्थ रह सकें।
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सर्दियों में राहत के लिए सूर्यभेदन प्राणायाम के लाभ

सर्दियों में ठंड से राहत पाने का उपाय

नई दिल्ली - सर्दियों का मौसम दस्तक दे चुका है और जल्द ही कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ेगा। ऐसे में एक विशेष प्राणायाम, जिसे सूर्यभेदन कहा जाता है, ठंड से राहत पाने में मदद कर सकता है। भारत सरकार का आयुष मंत्रालय इस प्राणायाम के बारे में जानकारी देते हुए इसे ठंड से लड़ने का एक प्राकृतिक उपाय मानता है।


मंत्रालय के अनुसार, 'सूर्य' का अर्थ सूर्य और पिंगला नाड़ी से है, जबकि 'भेदन' का अर्थ है सक्रिय करना। यह प्राणायाम दाहिनी नासिका से सांस लेकर पिंगला नाड़ी में प्राण शक्ति को जागृत करता है, जिससे शरीर में गर्मी उत्पन्न होती है। इसका मूल मंत्र है दाहिनी नासिका से सांस लेना और बाईं से छोड़ना।


विशेषज्ञों का कहना है कि यह प्राणायाम त्रिदोष असंतुलन से होने वाले रोगों को समाप्त करता है और साइनस को साफ रखता है। ठंड के मौसम में शरीर सुस्त पड़ जाता है, जिससे इम्यूनिटी कमजोर हो सकती है। सूर्यभेदन प्राणायाम आंतरिक अग्नि को प्रज्वलित कर शरीर की गर्मी बढ़ाता है, जिससे सर्दी-जुकाम, कफ, और दमा जैसी समस्याएं दूर रहती हैं। यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है और मानसिक स्पष्टता लाता है। आयुष मंत्रालय की योग गाइडलाइंस में इसे सर्दियों का विशेष प्राणायाम बताया गया है, जो वात-कफ विकारों को संतुलित कर तनाव मुक्त जीवन प्रदान करता है। नियमित अभ्यास से पाचन मजबूत होता है, चेहरे की झुर्रियां कम होती हैं और ऊर्जा मिलती है।


मंत्रालय सूर्यभेदन प्राणायाम करने की विधि और इसके लाभ भी बताता है। शांत स्थान पर पद्मासन, सुखासन या वज्रासन की मुद्रा में बैठें। रीढ़ को सीधा रखें और आंखें बंद करें। दाहिने हाथ से नासाग्र मुद्रा बनाएं, अंगूठा दाहिनी नासिका पर और अनामिका बाईं पर रखें। बाईं नासिका बंद कर दाहिनी से गहरी सांस लें। दोनों नासिकाएं बंद कर कुंभक करें, फिर दाहिनी बंद कर बाईं से धीरे-धीरे सांस छोड़ें। इस अभ्यास को 5-10 बार दोहराएं। इसे सुबह खाली पेट या शाम को करना चाहिए।


सूर्यभेदन प्राणायाम के नियमित अभ्यास से कई लाभ होते हैं। यह ठंड में शरीर की गर्मी बढ़ाकर कंपकंपी को दूर करता है। सर्दी-जुकाम, कफ, अस्थमा, साइनस, और निमोनिया से राहत मिलती है। तनाव कम होता है और एकाग्रता तथा स्मृति में वृद्धि होती है। पाचन अग्नि मजबूत होती है, अपच और वात की समस्या दूर होती है। इससे रक्त शुद्ध होता है, ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है, इम्यूनिटी मजबूत होती है, और थायरॉइड, कोलेस्ट्रॉल, और डायबिटीज की समस्याओं में भी राहत मिलती है।