सहजन की पत्तियों के स्वास्थ्य लाभ: जानें कैसे करें उपयोग

सहजन की पत्तियों के पोषण गुण
स्वास्थ्य कार्नर: सहजन के फल और फूलों के फायदों के बारे में तो सभी जानते हैं, लेकिन इसकी पत्तियों में छिपे पोषण तत्वों के बारे में शायद ही किसी को जानकारी हो। विशेषज्ञों का कहना है कि सहजन की पत्तियां इसके फल और फूलों से भी अधिक पौष्टिक होती हैं।
सहजन की पत्तियों में कई पोषक तत्व होते हैं। केवल 100 ग्राम सहजन की पत्तियों में 5 गिलास दूध के बराबर कैल्शियम पाया जाता है। इसके अलावा, एक नींबू के रस से पांच गुना अधिक विटामिन-सी भी इसमें मौजूद है। सहजन की पत्तियों में कैल्शियम और विटामिन-सी के साथ-साथ प्रोटीन, पोटेशियम, आयरन, मैग्नीशियम और विटामिन-बी कॉम्प्लेक्स भी प्रचुर मात्रा में होते हैं।
सहजन की पत्तियों का रस हैजा, दस्त, पेचिश, पीलिया और कोला इटिस जैसी बीमारियों में लाभकारी होता है। गर्भवती महिलाओं को इसकी पत्तियों का रस देने से डिलीवरी में आसानी होती है। इसके अलावा, सहजन की पत्तियों को पानी में उबालकर उसका सेवन करने से कफ में राहत मिलती है।
इन पत्तियों का उपयोग सब्जी या सांभर में किया जा सकता है, और रस को पानी में उबालकर काढ़े के रूप में लिया जा सकता है।
सहजन की पत्तियां सभी आयु वर्ग के लिए फायदेमंद हैं, लेकिन विशेष रूप से बच्चों और महिलाओं के लिए यह अधिक लाभकारी होती हैं। इनमें कैल्शियम की उच्च मात्रा होती है, जो हड्डियों को मजबूत बनाती है। आयरन, मैग्नीशियम, जिंक और विटामिन की उपस्थिति से शरीर में खून की कमी नहीं होती और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। ये पत्तियां कुपोषण को भी दूर करने में मदद करती हैं।
जिंक की उपस्थिति डायबिटीज के मरीजों के लिए भी फायदेमंद है। इसके अलावा, हड्डियों में सूजन और दर्द को कम करने के लिए इन पत्तियों को पीसकर लेप करने से राहत मिलती है।