साइबर ठगी का नया तरीका: अनसब्सक्राइब लिंक से बचें!

ई-मेल और साइबर ठगी का बढ़ता खतरा
Unsubscribe Email: आज के तकनीकी युग में ई-मेल हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है, लेकिन इसके साथ ही साइबर ठगी के मामलों में भी तेजी से वृद्धि हो रही है। हाल ही में एक नए खतरे ने लोगों को सावधान कर दिया है। जी हां, आपके इनबॉक्स में आने वाला एक साधारण सा "अनसब्सक्राइब" लिंक आपको भारी नुकसान पहुंचा सकता है। साइबर अपराधी अब अनसब्सक्राइब बटन के माध्यम से लोगों को ठगने का एक नया तरीका अपना रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे ई-मेल्स पर क्लिक करने से पहले सतर्क रहना बेहद आवश्यक है, अन्यथा आपका बैंक खाता खाली होने में समय नहीं लगेगा।
अनसब्सक्राइब लिंक से जुड़ा खतरा
साइबर अपराधी नकली ई-मेल भेजते हैं, जो किसी प्रसिद्ध कंपनी या ब्रांड के प्रचार ई-मेल की तरह दिखते हैं। इनमें एक "अनसब्सक्राइब" लिंक होता है, जो आपको यह बताता है कि आप उस मेलिंग लिस्ट से बाहर हो सकते हैं। लेकिन साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है, "ऐसे लिंक पर क्लिक करने से आपकी व्यक्तिगत जानकारी चुराई जा सकती है या आपके डिवाइस में मालवेयर इंस्टॉल हो सकता है।"
यह फ्रॉड कैसे काम करता है?
जब आप अनसब्सक्राइब लिंक पर क्लिक करते हैं, तो आपको एक नकली वेबसाइट पर ले जाया जाता है, जो किसी वास्तविक वेबसाइट की नकल होती है। यहां आपसे आपका नाम, ई-मेल, पासवर्ड या बैंक खाते की जानकारी मांगी जा सकती है। साइबर क्राइम विशेषज्ञ बताते हैं, "ऐसी वेबसाइट्स पर दी गई जानकारी सीधे हैकर्स के पास पहुंचती है, जो आपके खाते से पैसे निकाल सकते हैं या आपकी सारी गुप्त जानकारी चुरा सकते हैं।"
सावधानी ही है बचाव
ऐसे खतरों से बचने के लिए कुछ सरल उपाय हैं। सबसे पहले, किसी भी अनसब्सक्राइब लिंक पर क्लिक करने से पहले ई-मेल के सेंडर की पहचान करें। यदि ई-मेल का पता संदिग्ध लगे, जैसे अजीब अक्षरों या नंबरों का मिश्रण, तो उसे तुरंत हटा दें। साइबर विशेषज्ञ कहते हैं, "किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले उसका यूआरएल जांचें और सुनिश्चित करें कि वह किसी विश्वसनीय डोमेन से है।"
गलती से क्लिक करने पर क्या करें?
यदि आपने गलती से अनसब्सक्राइब लिंक पर क्लिक कर दिया है, तो तुरंत अपने डिवाइस को ऑफलाइन करें और एंटीवायरस सॉफ्टवेयर से स्कैन करें। साथ ही, अपने बैंक और अन्य महत्वपूर्ण खातों के पासवर्ड तुरंत बदलें। साइबर सुरक्षा सलाहकार बताते हैं कि "जितनी जल्दी आप नुकसान को रोकने के लिए कदम उठाएंगे, उतना ही बेहतर होगा।"