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सिटिंग-राइजिंग टेस्ट: जानें आपकी सेहत का भविष्य

क्या आप जानते हैं कि एक साधारण सिटिंग-राइजिंग टेस्ट से आप अपनी सेहत का भविष्य जान सकते हैं? यह परीक्षण आपकी मांसपेशियों की ताकत, संतुलन और लचीलेपन को मापता है। जानें इस टेस्ट को कैसे करें, इसके स्कोर का क्या मतलब है और कैसे आप अपनी फिटनेस को सुधार सकते हैं।
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सिटिंग-राइजिंग टेस्ट क्या है?

हम अक्सर अपनी सेहत का आकलन करने के लिए महंगे टेस्ट करवाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक साधारण फिजिकल टेस्ट आपके भविष्य के स्वास्थ्य के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दे सकता है? इसे 'सिटिंग-राइजिंग टेस्ट' कहा जाता है। यह सुनने में आसान लगता है, लेकिन इसके परिणाम काफी प्रभावशाली होते हैं। आइए जानते हैं कि यह टेस्ट क्या है, इसे कैसे किया जाता है और इसके परिणाम आपके स्वास्थ्य के लिए क्या संकेत देते हैं।


सिटिंग-राइजिंग टेस्ट का उद्देश्य

यह एक सरल शारीरिक परीक्षण है जिसे ब्राजील के चिकित्सकों ने विकसित किया है। इसका मुख्य उद्देश्य किसी व्यक्ति की मांसपेशियों की ताकत, संतुलन, लचीलेपन और फुर्ती को मापना है। कई अध्ययनों में यह पाया गया है कि इस टेस्ट में उच्च स्कोर करने वाले व्यक्तियों के लंबे समय तक स्वस्थ रहने की संभावना अधिक होती है।


टेस्ट करने की विधि

इस टेस्ट को करने के लिए किसी विशेष उपकरण की आवश्यकता नहीं है। आपको बस आरामदायक कपड़े पहनने हैं और थोड़ी खुली जगह चुननी है।
बैठना: सीधे खड़े होकर बिना किसी सहारे के फर्श पर पालथी मारकर बैठने का प्रयास करें।
खड़े होना: फिर बिना सहारे के वापस खड़े होने की कोशिश करें।
इस टेस्ट का स्कोरिंग सिस्टम 10 अंकों पर आधारित है। 5 अंक बैठने के लिए और 5 अंक खड़े होने के लिए होते हैं।


स्कोरिंग प्रणाली

यदि आप बिना किसी सहारे के आसानी से बैठ और उठ जाते हैं, तो आपका स्कोर 10/10 है, जो बेहतरीन फिटनेस का संकेत है। यदि आप सहारा लेते हैं, तो हर बार आपका एक अंक कटता है। उदाहरण के लिए, यदि आपने बैठते समय एक हाथ का सहारा लिया और उठते समय एक घुटने का सहारा लिया, तो आपके कुल 3 अंक कट जाएंगे और आपका स्कोर 7/10 होगा।


आपका स्कोर और स्वास्थ्य

एक अध्ययन के अनुसार:
8 से 10 का स्कोर: यह बहुत अच्छी फिटनेस को दर्शाता है।
6 से 7.5 का स्कोर: यह संतोषजनक है, लेकिन सुधार की आवश्यकता है।
3.5 से 5.5 का स्कोर: यह चिंता का विषय हो सकता है।
0 से 3 का स्कोर: इस रेंज में स्कोर करने वालों में मृत्यु का जोखिम अधिक पाया गया है।


स्कोर सुधारने के उपाय

यदि आपका स्कोर कम है, तो निराश न हों। नियमित व्यायाम से आप इसे सुधार सकते हैं।
स्क्वैट्स: यह पैरों और कोर की मांसपेशियों को मजबूत करता है।
लन्जेस: इससे संतुलन और पैरों की ताकत में सुधार होता है।
प्लैंक: यह पेट और पीठ की मांसपेशियों को मजबूत करता है।
योग और स्ट्रेचिंग: इससे शरीर का लचीलापन बढ़ता है।