सुबह की आदतें जो डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद करेंगी
डायबिटीज और जीवनशैली में बदलाव
नई दिल्ली: आजकल खराब जीवनशैली के कारण उम्र बढ़ने के साथ शुगर की समस्या बढ़ती जा रही है। तनाव और अस्वस्थ खान-पान के चलते शरीर कई बीमारियों का शिकार हो जाता है। हालांकि, यदि किसी को शुगर की समस्या है, तो जीवनशैली में कुछ बदलाव करके इसे नियंत्रित किया जा सकता है।
डायबिटीज तब होती है जब रक्त में ग्लूकोज का स्तर बढ़ जाता है और पैंक्रियाज पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर पाता। जब इंसुलिन की कमी होती है, तो शरीर में शर्करा की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे बार-बार पेशाब आना, वजन कम होना, थकान और भूख में बदलाव जैसे लक्षण उत्पन्न होते हैं।
सुबह की आदतें जो मददगार हैं
हालांकि, सुबह के समय किए गए दो सरल उपायों से शुगर को प्रभावी ढंग से नियंत्रित किया जा सकता है। सबसे पहले, गुनगुने पानी के साथ मेथी या दालचीनी का सेवन करना फायदेमंद होता है। मेथी को रात भर भिगोकर सुबह गर्म पानी में उबालें।
यदि मेथी का स्वाद पसंद नहीं है, तो दालचीनी का विकल्प भी लिया जा सकता है। सुबह का गर्म पानी मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है, जिससे पाचन तंत्र बेहतर काम करता है और पेट से जुड़ी समस्याएं कम होती हैं। मेथी में मधुमेह रोधी गुण होते हैं, जो रक्त में ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
दालचीनी भी इंसुलिन हार्मोन के उत्पादन में सहायक होती है। इसमें सूजन-रोधी, एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो शरीर में अच्छे हार्मोन के निर्माण में मदद करते हैं।
सैर और सूर्य की रोशनी का महत्व
दूसरा उपाय सुबह 20 मिनट की सैर और सूर्य की रोशनी का सेवन करना है। आप किसी पार्क में नंगे पैर घास पर चल सकते हैं या 20 मिनट की सैर कर सकते हैं। इस दौरान कॉटन के कपड़े पहनें ताकि सूर्य की रोशनी शरीर पर अच्छे से पड़े और विटामिन डी की भरपूर मात्रा मिले।
इससे मन और शरीर दोनों को शांति मिलती है और तनाव कम होता है। पूरा दिन ऊर्जा से भरा रहता है और छोटी भूख की समस्या भी कम होती है। शुगर के मरीजों को लंबे समय तक भूखा नहीं रहना चाहिए, लेकिन छोटी भूख को संतुष्ट करने के लिए स्वस्थ खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए।
