सोनिया गांधी की स्वास्थ्य स्थिति: गैस्ट्रो समस्याओं के कारण अस्पताल में भर्ती

सोनिया गांधी की स्वास्थ्य स्थिति
Sonia Gandhi Health Update: कांग्रेस की संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी को पेट में समस्या के चलते कल रात लगभग 9 बजे दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती किया गया। उनका उपचार अस्पताल के गैस्ट्रो विभाग में चल रहा है। वर्तमान में, वे डॉक्टरों की निगरानी में हैं और इलाज जारी है। इससे पहले, उन्हें शिमला में भी अचानक भर्ती किया गया था, जहां कुछ रूटीन चेकअप और टेस्ट किए गए थे। यह समस्या आजकल काफी सामान्य हो गई है और यह लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियों में से एक मानी जाती है। आइए जानते हैं गैस्ट्रो से जुड़ी कौन-कौन सी समस्याएं हो सकती हैं।
गैस्ट्रो समस्याएं क्या हैं?
गैस्ट्रो समस्याएं पेट से जुड़ी गंभीर समस्याएं होती हैं, जो पाचन तंत्र को प्रभावित करती हैं। इसमें पाचन क्रिया में बाधा, आंतों में सूजन और संक्रमण शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा, मल त्याग में भी कठिनाई हो सकती है। सामान्य गैस्ट्रिक समस्याओं में पेट दर्द, ऐंठन, डकारें आना, गैस बनना और जी मिचलाना शामिल हैं, साथ ही दस्त या कब्ज भी हो सकते हैं।
गैस्ट्रो समस्याओं के प्रकार
गैस्ट्रो समस्याओं के कई प्रकार होते हैं, लेकिन इनमें से सबसे गंभीर पांच प्रकार हैं:
1. एसिड रिफ्लक्स: इसमें सीने में जलन और खट्टी डकारें आती हैं, जो पेट में एसिड के बढ़ने के कारण होती हैं। यदि यह समस्या नियमित रूप से होती है, तो यह खतरनाक हो सकती है।
2. गैस्ट्राइटिस: यह समस्या पेट की परत में सूजन, जलन और भूख न लगने का कारण बन सकती है, और कभी-कभी पेट में अल्सर भी हो सकता है।
3. पेप्टिक अल्सर: यह पेट और आंतों में घावों के कारण होता है, जिससे पेट दर्द और खून की उल्टी हो सकती है। यह गंभीर हो सकता है।
4. IBS (इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज): यह आंतों से संबंधित गंभीर बीमारी है, जिसमें सूजन और खून के साथ मल आ सकता है।
5. लिवर से जुड़ी बीमारी: गैस्ट्रो समस्याओं में लिवर से संबंधित रोग भी शामिल हैं, जैसे हेपेटाइटिस, जो पेट में भारीपन और भूख में कमी का कारण बन सकता है।
गैस्ट्रो समस्याओं के सामान्य कारण
डॉक्टर विकास के अनुसार, गैस्ट्रो समस्याओं के प्रमुख कारणों में अनहेल्दी डाइट, जल्दी-जल्दी खाना निगलना, तनाव, समय पर शौच न जाना, और अधिक पेनकिलर्स का सेवन शामिल हैं। इसके अलावा, नींद की कमी, शराब और धूम्रपान का सेवन, और दूषित पानी और भोजन का सेवन भी शामिल हैं।
बचाव के उपाय
- संतुलित और सुपाच्य भोजन का सेवन करें।
- रात में बहुत देर से खाना न खाएं।
- प्रतिदिन 3 से 4 लीटर पानी पिएं।
- खाने के बाद थोड़ी देर टहलें।
- शराब और धूम्रपान से बचें।
- पर्याप्त नींद लेना भी आवश्यक है।
कब डॉक्टर से संपर्क करें?
यदि आपको लगातार पेट दर्द, उल्टी में खून, मल में खून या काला रंग दिखना, अचानक वजन घटना, हमेशा एसिडिटी रहना, या खाने की इच्छा न होना जैसे लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।