सोने का निवेश: कार से बेहतर विकल्प क्यों है?

सोने और कार का मूल्यांकन
मिडिल क्लास परिवारों के लिए कार खरीदना अक्सर प्रगति का प्रतीक माना जाता है, जबकि सोने की खरीद को कभी-कभी पुरानी सोच या 'आउटडेटेड आदत' के रूप में देखा जाता है। लेकिन समय के साथ वास्तविकता बदल जाती है, जहां कार की चमक कुछ वर्षों में फीकी पड़ जाती है, वहीं सोना चुपचाप संपत्ति में वृद्धि करता है।
उदाहरण के लिए, यदि 2012 में एक पिता ने ₹7 लाख की नई कार खरीदी और माँ ने उतनी ही राशि का सोना खरीदा, तो उस समय दोनों निर्णय सही प्रतीत हुए। कार ने तुरंत खुशी दी, जबकि सोना एक निवेश के रूप में देखा गया। लेकिन 2025 तक स्थिति पूरी तरह बदल गई। कार, जिसकी कीमत ₹7 लाख थी, अब केवल ₹1.2 से ₹1.5 लाख रह गई है, जबकि सोना अब लगभग ₹23 से ₹25 लाख का हो गया है।
डिप्रिसिएशन बनाम एप्रिसिएशन
सीधे शब्दों में कहें तो, कार ने 13 वर्षों में लगभग 80% मूल्य खो दिया है, जबकि सोने ने इसी अवधि में लगभग 240% की वृद्धि की है। कार शो-रूम से बाहर निकलते ही अपनी वैल्यू खोने लगती है, और इसके रखरखाव, ईंधन और मरम्मत पर अलग से खर्च होता है। इसके विपरीत, सोना बिना किसी रखरखाव के समय के साथ लगातार बढ़ता गया है। यही कारण है कि कार और मोबाइल जैसे गैजेट्स भले ही भावनात्मक संतोष देते हैं, लेकिन वे असली संपत्ति नहीं बनाते।
हर्ष गोयनका की सीख
RPG एंटरप्राइजेज के चेयरमैन हर्ष गोयनका ने सोशल मीडिया पर एक उदाहरण साझा किया। उन्होंने बताया कि लगभग 10 साल पहले उन्होंने ₹8 लाख की कार खरीदी थी, जबकि उनकी पत्नी ने उतनी ही राशि का सोना खरीदा। आज वह कार मुश्किल से ₹1.5 लाख की रह गई है, जबकि सोना लगभग ₹32 लाख का हो चुका है। जब गोयनका ने सोने की जगह छुट्टियों पर खर्च करने का सुझाव दिया, तो उनकी पत्नी ने कहा, 'छुट्टियाँ 5 दिन की होती हैं, सोना 5 पीढ़ियों तक रहता है।'
सोना: एक भरोसेमंद निवेश
सोना केवल एक चमकदार धातु नहीं है, बल्कि यह 'इंफ्लेशन हेज' भी है। महंगाई और रुपए की गिरती कीमतों के बीच, यह अपनी और आपकी ताकत बनाए रखता है। अगस्त 2025 में भारत में 24 कैरेट सोने की कीमत ₹1,01,240 प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट की ₹92,800 प्रति 10 ग्राम है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने की कीमत $3,300 प्रति औंस के पार है। 2024 में सोने ने 20% से अधिक रिटर्न दिया, जो इसे बाजार की अनिश्चितता और महंगाई के बीच एक सुरक्षित और मजबूत निवेश साबित करता है।
असली निवेश की पहचान
कार, मोबाइल और छुट्टियाँ जीवन को खुशहाल बनाती हैं, लेकिन ये संपत्ति नहीं हैं। सोना, चाहे कितना भी पुराना निवेश क्यों न लगे, समय के साथ संपत्ति बनाने की क्षमता रखता है। यही कारण है कि 2012 में पिता की कार और माँ के सोने में विजेता कौन है? स्पष्ट उत्तर है- 'माँ का सोना।' कभी-कभी सबसे समझदारी से किया गया निवेश सबसे साधारण होता है, और 'गोल्डन' निवेश होता है।