स्ट्रोक से बचने के लिए अपनाएं ये स्वस्थ आदतें
स्ट्रोक के प्रति जागरूकता का दिन
हर साल 29 अक्टूबर को विश्वभर में वर्ल्ड स्ट्रोक डे मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य स्ट्रोक बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाना है। आजकल की व्यस्त जीवनशैली और खराब आदतों के कारण महिलाओं में स्ट्रोक का खतरा बढ़ रहा है। खानपान और जीवनशैली में सुधार करके इस खतरे को कम किया जा सकता है। आइए जानते हैं उन आदतों के बारे में जिन्हें बदलना आवश्यक है।
संतुलित आहार का महत्व
स्ट्रोक से बचने के लिए आहार पर ध्यान देना बेहद जरूरी है। अपनी डाइट में साबुत अनाज, हरी सब्जियां, फल, दालें, ओट्स और स्वस्थ वसा जैसे जैतून का तेल या अखरोट शामिल करें। नमक, चीनी, तले हुए खाद्य पदार्थों और पैकेट वाले खाने से दूर रहें, क्योंकि ये ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाते हैं, जिससे स्ट्रोक का खतरा बढ़ता है।
नियमित व्यायाम करें
प्रतिदिन थोड़ी देर चलने या हल्की कसरत करने से स्ट्रोक का खतरा कम होता है। यदि जिम जाने का समय नहीं है, तो रोजाना 30 मिनट तेज चलना, साइकिल चलाना या डांस करना भी फायदेमंद है। लंबे समय तक कुर्सी पर बैठे रहने पर हर घंटे उठकर चलना या स्ट्रेच करना जरूरी है, जिससे रक्त संचार बेहतर होता है।
धूम्रपान और शराब से बचें
धूम्रपान और शराब का सेवन स्ट्रोक के जोखिम को बढ़ाता है। धूम्रपान से रक्त वाहिकाएं संकुचित होती हैं, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है। यदि आप धूम्रपान छोड़ देती हैं, तो कुछ हफ्तों में शरीर में सुधार होने लगता है। शराब का सेवन सीमित करें, क्योंकि अत्यधिक शराब पीने से दिल की धड़कन अनियमित हो सकती है।
वजन और तनाव का प्रबंधन
अधिक वजन और पेट के आसपास की चर्बी ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और हृदय रोगों का खतरा बढ़ाती हैं। वजन को नियंत्रित करना आवश्यक है, इसके लिए स्वस्थ आहार लें और नियमित रूप से व्यायाम करें। गहरी सांसें लेना और ध्यान करना मानसिक शांति प्रदान करता है, जिससे स्ट्रोक का खतरा कम होता है।
नियमित स्वास्थ्य जांच
हाई ब्लड प्रेशर या शुगर जैसी बीमारियों के लक्षण अक्सर देर से पता चलते हैं। इसलिए साल में कम से कम दो बार ब्लड प्रेशर, शुगर और कोलेस्ट्रॉल की जांच कराना आवश्यक है। यदि परिवार में किसी को दिल या स्ट्रोक की समस्या रही है, तो डॉक्टर से नियमित सलाह लें और चेकअप कराएं।
