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स्मार्टफोन खरीदते समय असली और नकली की पहचान कैसे करें

त्योहारी सीजन में नए स्मार्टफोन खरीदने के लिए उत्सुकता बढ़ जाती है, लेकिन धोखेबाज विक्रेता असली ब्रांड के नाम पर नकली फोन बेच सकते हैं। इस लेख में, हम आपको IMEI नंबर की जांच करने, Sanchar Saathi Portal का उपयोग करने और अन्य महत्वपूर्ण उपायों के बारे में बताएंगे, जिससे आप असली और नकली फोन की पहचान कर सकें। जानें कैसे थोड़ी सी सावधानी से आप धोखाधड़ी से बच सकते हैं।
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स्मार्टफोन खरीदते समय असली और नकली की पहचान कैसे करें

त्योहारी सीजन में स्मार्टफोन खरीदने की सावधानियाँ

त्योहारी सीजन या ऑनलाइन सेल के दौरान, लोग नए स्मार्टफोन खरीदने के लिए उत्सुक रहते हैं। लेकिन इस अवसर का लाभ उठाने वाले कुछ धोखेबाज विक्रेता असली ब्रांड के नाम पर नकली या रिफर्बिश्ड फोन बेचते हैं। ऐसे में थोड़ी सावधानी बरतकर आप धोखाधड़ी से बच सकते हैं। आइए जानते हैं कुछ सरल तरीकों से असली और नकली स्मार्टफोन की पहचान कैसे करें।


1. IMEI नंबर की जांच करें

हर नए मोबाइल फोन के बॉक्स और डिवाइस पर IMEI नंबर का स्टीकर होता है। IMEI (International Mobile Equipment Identity) नंबर 15 अंकों का एक यूनिक कोड है जो हर मोबाइल फोन को अलग पहचान देता है। यदि आप किसी नए फोन का बॉक्स खोलते हैं और IMEI स्टीकर नहीं मिलता, तो यह संकेत है कि फोन नकली या चोरी का हो सकता है। असली फोन खरीदते समय हमेशा बॉक्स पर छपा IMEI नंबर और फोन में दिखने वाला IMEI नंबर मिलाएं। इसके लिए फोन के कीपैड में *#06# डायल करें — स्क्रीन पर IMEI नंबर तुरंत दिखाई देगा।


2. Sanchar Saathi Portal से वेरिफिकेशन करें

भारत सरकार ने मोबाइल उपभोक्ताओं की सुरक्षा के लिए Sanchar Saathi Portal (sancharsaathi.gov.in) की शुरुआत की है। इस पोर्टल के माध्यम से आप अपने फोन के IMEI नंबर की वास्तविकता की जांच कर सकते हैं। यह पोर्टल खासतौर पर चोरी, गुम या नकली मोबाइल फोन की पहचान के लिए बनाया गया है ताकि कोई भी व्यक्ति ठगी का शिकार न बने।


3. फोन की असलियत की जांच कैसे करें

यदि आप किसी फोन की असलियत की जांच करना चाहते हैं, तो निम्नलिखित स्टेप्स का पालन करें:


1. अपने मोबाइल या लैपटॉप से sancharsaathi.gov.in वेबसाइट खोलें।


2. ‘Citizen Centric Services’ सेक्शन में जाएं।


3. ‘Know Your Mobile (KYM)’ ऑप्शन पर क्लिक करें।


4. एक फॉर्म खुलेगा, जिसमें मोबाइल नंबर और कैप्चा भरना होगा।


5. मोबाइल नंबर दर्ज करने के बाद OTP वेरिफाई करें।


6. अब जिस फोन का आप सत्यापन करना चाहते हैं, उसका IMEI नंबर दर्ज करें और सबमिट करें।


4. फोन की जानकारी तुरंत प्राप्त करें

जैसे ही आप IMEI नंबर दर्ज करते हैं, पोर्टल पर आपके फोन की पूरी जानकारी सामने आ जाती है। इसमें फोन का ब्रांड, मॉडल, निर्माण कंपनी, स्टोरेज वेरिएंट आदि की जानकारी शामिल होती है। यदि यह जानकारी आपके फोन से मेल नहीं खाती, तो समझ लें कि आपका फोन नकली या रिफर्बिश्ड है।


5. नकली फोन से बचने के अन्य उपाय

- हमेशा अधिकृत डीलर, कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट या भरोसेमंद ई-कॉमर्स साइट से ही स्मार्टफोन खरीदें।


- बहुत ज्यादा डिस्काउंट या “लिमिटेड टाइम ऑफर” जैसे ऑफर देखकर लालच में न आएं।


- फोन खरीदते समय बिल और वारंटी कार्ड जरूर लें।


- फोन का बॉक्स, चार्जर और अन्य एक्सेसरीज़ भी जांच लें कि वे ब्रांडेड हैं या नहीं।


6. IMEI वेरिफिकेशन क्यों आवश्यक है

IMEI नंबर केवल फोन की पहचान नहीं बताता, बल्कि चोरी या गुम होने पर पुलिस और नेटवर्क कंपनियों को फोन ट्रैक करने में मदद करता है। यदि आपके पास नकली IMEI वाला फोन है, तो यह नेटवर्क से ब्लॉक भी हो सकता है और बाद में इस्तेमाल लायक नहीं रहेगा। इसलिए फोन खरीदने से पहले IMEI वेरिफिकेशन करना बेहद जरूरी है।


निष्कर्ष

त्योहारी सेल के दौरान असली और नकली फोन में फर्क करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। लेकिन थोड़ी सतर्कता, Sanchar Saathi Portal का उपयोग और IMEI नंबर की जांच करके आप धोखाधड़ी से बच सकते हैं।