हड्डी के ट्यूमर: जानें इसके प्रकार और उपचार के विकल्प

हड्डी के ट्यूमर का महत्व
डॉ. बृजेश नंदन, जो सर गंगाराम अस्पताल में सीनियर कंसल्टेंट हैं, हड्डी के ट्यूमर के विभिन्न प्रकारों, उनके कारणों, और उपचार के विकल्पों पर चर्चा करते हैं। हड्डी के ट्यूमर अक्सर गलत समझे जाते हैं और इनका सही निदान करना एक चुनौती है।
हड्डी के ट्यूमर की पहचान
डॉ. नंदन के अनुसार, हड्डी का ट्यूमर हड्डी की कोशिकाओं की असामान्य वृद्धि है, जो एक गांठ का निर्माण करती है। अधिकांश ट्यूमर सौम्य होते हैं, लेकिन कुछ घातक हो सकते हैं और इन्हें समय पर उपचार की आवश्यकता होती है।
आयु वर्ग के अनुसार ट्यूमर का प्रभाव
ये ट्यूमर सभी आयु वर्गों को प्रभावित कर सकते हैं। बच्चों में आमतौर पर सौम्य ट्यूमर होते हैं, जबकि बुजुर्गों में मेटास्टैटिक कैंसर अधिक पाया जाता है। कुछ कारक जैसे पूर्व की रेडिएशन थेरेपी और आनुवंशिक सिंड्रोम जोखिम को बढ़ा सकते हैं।
लक्षण और निदान
हड्डी के ट्यूमर आमतौर पर दर्द रहित या दर्दयुक्त सूजन के रूप में प्रकट होते हैं। निदान के लिए एक्स-रे, एमआरआई, सीटी स्कैन और बायोप्सी का उपयोग किया जाता है।
उपचार के विकल्प
डॉ. नंदन बताते हैं कि कीमोथेरेपी और सर्जिकल तकनीकों में प्रगति के कारण अब 95% मामलों में अंग-संरक्षण सर्जरी की जाती है। उपचार व्यक्तिगत रूप से तय किया जाता है, जिसमें सर्जरी, कीमोथेरेपी, और कुछ मामलों में क्रायोसर्जरी शामिल होती है।