हरियाणा में क्यूआर कोड आधारित फीडबैक प्रणाली की मांग

सरकारी दफ्तरों में सुधार की आवश्यकता
(जींद) अखिल भारतीय अग्रवाल समाज हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजकुमार गोयल ने मुख्यमंत्री नायब सैनी को एक सुझाव भेजा है, जिसमें उन्होंने हरियाणा के सरकारी दफ्तरों में कर्मचारियों और अधिकारियों के व्यवहार की समीक्षा के लिए क्यूआर कोड आधारित फीडबैक रेटिंग सिस्टम लागू करने की मांग की है। उनका मानना है कि इस प्रणाली के माध्यम से कर्मचारियों की जवाबदेही बढ़ेगी और नागरिकों को बेहतर सेवाएं मिलेंगी।
जनता को बार-बार दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ते हैं
डॉ. गोयल ने कहा कि अक्सर नागरिकों को सरकारी दफ्तरों में उचित व्यवहार का सामना नहीं करना पड़ता। कई बार उन्हें काम के लिए बार-बार आना पड़ता है, और कभी-कभी उनकी फाइलें भी गुम हो जाती हैं, जिससे उन्हें समय पर सेवाएं नहीं मिल पातीं। यदि क्यूआर कोड स्कैन करके नागरिकों को फीडबैक देने का अवसर मिले, तो इससे कर्मचारियों की जवाबदेही बढ़ेगी।
सरकारी सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार
उन्होंने कहा कि इस डिजिटल फीडबैक प्रणाली से यह स्पष्ट होगा कि सरकारी कर्मचारी नागरिकों के साथ आदरपूर्वक व्यवहार कर रहे हैं या नहीं, और क्या वे समय पर काम कर रहे हैं। इससे सरकारी सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा और पारदर्शिता भी बढ़ेगी।
डॉ. गोयल ने सरकार से अपील की है कि इस प्रणाली को जल्द से जल्द लागू किया जाए ताकि सरकारी सेवाओं में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा मिल सके।