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हरियाणा में प्रदूषण नियंत्रण के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे

हरियाणा सरकार ने प्रदूषण फैलाने वाली फैक्ट्रियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन परिषद के अध्यक्ष भारत शर्मा ने बताया कि नियमों का उल्लंघन करने वाली इकाइयों की निगरानी की जाएगी। इसके साथ ही, 'एक मां पेड़ के नाम' अभियान को जन जागरूकता से जोड़ा जाएगा। मुख्यमंत्री और पर्यावरण मंत्री इस मुहिम को आगे बढ़ाने में जुटे हैं। जानें इस अभियान के तहत क्या-क्या कदम उठाए जाएंगे और विपक्ष पर क्या आरोप लगाए गए हैं।
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हरियाणा में प्रदूषण नियंत्रण के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे

हरियाणा में प्रदूषण नियंत्रण की नई पहल

हरियाणा में प्रदूषण नियंत्रण: प्रदूषण फैलाने वाली फैक्ट्रियों पर सख्त कार्रवाई: हरियाणा सरकार अब प्रदूषण फैलाने वाली फैक्ट्रियों के खिलाफ सक्रिय हो गई है। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन परिषद के अध्यक्ष भारत शर्मा ने बताया कि नियमों का उल्लंघन करने वाली फैक्ट्रियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इन इकाइयों की निगरानी की जाएगी और यदि कोई दोषी पाया गया, तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।


उन्होंने यह भी कहा कि (illegal mining action Haryana) के तहत पेड़ काटने वालों को अब बख्शा नहीं जाएगा। पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाली गतिविधियों पर पूरी तरह से रोक लगाने की योजना बनाई जा रही है।


एक मां पेड़ के नाम अभियान को नया मोड़


भारत शर्मा ने प्रेस वार्ता में बताया कि (एक मां पेड़ के नाम अभियान) को जन जागरूकता से जोड़ा जाएगा। केवल पेड़ लगाने पर ही ध्यान नहीं दिया जाएगा, बल्कि उनके संरक्षण के लिए भी लोगों को जागरूक किया जाएगा। मुख्यमंत्री (Nayab Singh Saini CM Haryana) और पर्यावरण मंत्री (Rao Narbir Singh environment minister) इस अभियान को आगे बढ़ाने में जुटे हैं।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के (Modi environment campaign) को आगे बढ़ाते हुए हरियाणा में विशेष मुहिम चलाई जाएगी। आने वाले वर्षों में हरियाणा को हराभरा और प्रदूषण मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है।


विपक्ष पर तीखा हमला


प्रेस वार्ता के दौरान भारत शर्मा ने विपक्ष पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अब हरियाणा में हासिये पर है और उसका कोई स्पष्ट विजन नहीं है। (Congress Haryana criticism) को उन्होंने दिखावा बताया और कहा कि वोट चोरी के आरोप बेबुनियाद हैं। चुनाव आयोग ने (voter list controversy Haryana) को लेकर पूरी पारदर्शिता बरती है।


उन्होंने यह भी दावा किया कि अगले 15 वर्षों तक (INLD JJP future) हरियाणा विधानसभा में कोई भूमिका नहीं निभा पाएंगी। यह बयान राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है।