Newzfatafatlogo

हरियाणा में बारिश का अलर्ट: आज कई जिलों में भारी बारिश की संभावना

हरियाणा में आज भारी बारिश की संभावना है, जिसके चलते कई जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। जानें किन क्षेत्रों में बारिश हो सकती है और क्या सावधानियां बरतनी चाहिए। इस मौसम में बदलाव के कारण किसानों को भी फसल सुरक्षा के उपाय करने की सलाह दी गई है।
 | 
हरियाणा में बारिश का अलर्ट: आज कई जिलों में भारी बारिश की संभावना

हरियाणा मौसम अपडेट: आज बारिश की चेतावनी

हरियाणा मौसम अपडेट: आज फिर से भारी बारिश की संभावना, इन जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी: आज, 15 अगस्त को, हरियाणा के विभिन्न क्षेत्रों में (Haryana Heavy Rain) बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी करते हुए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, भिवानी, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, चरखी दादरी, झज्जर, रोहतक, और हिसार जैसे जिलों में मौसम में अचानक बदलाव आ सकता है।


इन क्षेत्रों में मध्यम से तेज बारिश हो सकती है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है। इसके अलावा, चंडीगढ़, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, पानीपत, सोनीपत, जिंद, सिरसा और फतेहाबाद में भी बारिश की संभावना बनी हुई है।


पश्चिमी विक्षोभ से मौसम में बदलाव

पश्चिमी विक्षोभ से फिर बदलेगा मौसम: मौसम विभाग के अनुसार, 16 अगस्त से (Western Disturbance Haryana) एक नया विक्षोभ सक्रिय होने वाला है। इसके परिणामस्वरूप, प्रदेश में 21 अगस्त तक मौसम में परिवर्तन देखने को मिलेगा। पिछले गुरुवार को भी हरियाणा के कई क्षेत्रों में तेज बारिश हुई थी, जिससे जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई थी।


इस विक्षोभ के कारण अगले कुछ दिनों तक बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। किसानों और आम नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे मौसम की जानकारी नियमित रूप से लेते रहें और आवश्यक सावधानियां बरतें।


येलो अलर्ट का महत्व

येलो अलर्ट का मतलब और क्या करें: (Haryana Yellow Alert) का अर्थ है कि मौसम में अचानक बदलाव हो सकता है और भारी बारिश की संभावना है। ऐसे में लोगों को खुले स्थानों पर जाने से बचना चाहिए। वाहन चलाते समय सतर्कता बरतें और जलभराव वाले रास्तों से दूरी बनाए रखें।


मौसम विभाग की वेबसाइट या मोबाइल ऐप से आप अपने जिले की ताज़ा जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यदि आप किसान हैं, तो बारिश के पूर्वानुमान के अनुसार फसल की सुरक्षा के उपाय करें।