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हरियाणा में बारिश का अलर्ट: जानें किन जिलों में होगी अधिक वर्षा

हरियाणा में मानसून ने दस्तक दे दी है, और मौसम विभाग ने कई जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। यमुनानगर, करनाल, और पानीपत जैसे क्षेत्रों में अधिक वर्षा की संभावना है। इस बार औसतन 24% अधिक बारिश दर्ज की गई है, जिससे किसानों को राहत मिली है, लेकिन जलभराव की समस्याएं भी सामने आई हैं। जानें किन जिलों में क्या अलर्ट है और प्रशासन ने क्या निर्देश दिए हैं।
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हरियाणा में बारिश का अलर्ट: जानें किन जिलों में होगी अधिक वर्षा

हरियाणा मौसम अपडेट: बारिश की संभावना

हरियाणा में मौसम का अलर्ट: 24% अधिक वर्षा! अगस्त 2025 के मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, हरियाणा में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो चुका है। मौसम विभाग ने यमुनानगर, करनाल, पानीपत, सोनीपत, गुरुग्राम, फरीदाबाद, नूंह और पलवल में येलो अलर्ट जारी किया है। इन क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।


पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर और कुरुक्षेत्र में सुबह 8 बजे तक तेज बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने नागरिकों को सलाह दी है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और छाता या रेनकोट अपने साथ रखें। विशेष रूप से स्कूल जाने वाले बच्चों और ऑफिस जाने वालों को सतर्क रहना चाहिए।


बारिश का प्रतिशत और जिलावार पूर्वानुमान



  • IMD के अनुसार, हरियाणा के विभिन्न जिलों में बारिश की संभावना इस प्रकार है:

  • सिरसा, फतेहाबाद, हिसार: 0–25%

  • जींद, भिवानी: 25–50%

  • पंचकूला, अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, रोहतक, चरखी दादरी, झज्जर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, मेवात: 50–75%

  • यमुनानगर, करनाल, पानीपत, सोनीपत, फरीदाबाद, पलवल: 75–100%


इस मानसून सीजन में हरियाणा में अब तक औसतन 24% अधिक वर्षा दर्ज की गई है। इससे किसानों को राहत मिली है, लेकिन कुछ क्षेत्रों में जलभराव और ट्रैफिक की समस्याएं भी उत्पन्न हुई हैं।


कल रहेगा ऑरेंज अलर्ट, 6-7 अगस्त को भी बारिश की संभावना


मौसम विभाग ने बताया है कि 6 अगस्त को हरियाणा के सभी जिलों में बारिश की संभावना है। यमुनानगर, करनाल, पानीपत, सोनीपत, फरीदाबाद और पलवल में ऑरेंज अलर्ट रहेगा। वहीं, पंचकूला, अंबाला, रोहतक, चरखी दादरी, झज्जर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम और मेवात में येलो अलर्ट जारी किया गया है।


6 और 7 अगस्त को राज्य में हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिलेगी। लोगों को सलाह दी गई है कि वे मौसम की जानकारी लगातार अपडेट रखें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। प्रशासन ने भी अलर्ट मोड पर रहते हुए राहत और बचाव टीमों को तैयार रहने के निर्देश दिए हैं।