हिमाचल प्रदेश में बारिश से जनजीवन प्रभावित, लैंडस्लाइड से नुकसान

मंडी जिले में बारिश का कहर
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में पिछले 20 घंटों से लगातार बारिश हो रही है, जिससे स्थानीय जीवन पर गंभीर प्रभाव पड़ा है। विशेष रूप से पठानकोट फोरलेन के बिजनी क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ है। रिपोर्टों के अनुसार, यहां बन रही सुरंग का प्रवेश द्वार मिट्टी और मलबे के साथ ढह गया है। बताया गया है कि इस क्षेत्र की मिट्टी अत्यधिक ढीली है, जिससे भूस्खलन का खतरा हमेशा बना रहता है। पहले जब यहां पेड़ थे, तब जमीन में मजबूती थी, लेकिन सुरंग निर्माण के लिए खुदाई के कारण पहाड़ी की संरचना कमजोर हो गई है.
पर्यावरणीय चिंताएं
पर्यावरण प्रेमी और मंडी निवासी नरेंद्र सैनी ने कहा कि विकास कार्यों के नाम पर पहाड़ों के साथ हो रही छेड़छाड़ से प्राकृतिक संतुलन बिगड़ रहा है। उन्होंने इसे "विकास नहीं, विनाश" करार दिया। सुरंग निर्माण और खुदाई न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रही है, बल्कि स्थानीय निवासियों की सुरक्षा को भी खतरे में डाल रही है.
लौंगणी में लैंडस्लाइड से नुकसान
मंडी जिले में बिजनी में निर्माणाधीन टनल गिरी, मजदूरों ने भागकर बचाई जान। #HimachalPradesh #Mandi #tunnelcollapse pic.twitter.com/hTaLKT8gRO
— Ajit Singh Rathi (@AjitSinghRathi) July 1, 2025
धर्मपुर के लौंगणी क्षेत्र में लैंडस्लाइड के कारण कुछ घरों को नुकसान पहुंचा है। जोगिंद्रनगर में एक व्यक्ति की मौत की भी सूचना है। बारिश की यह स्थिति अब चिंता का विषय बन गई है। मौसम विभाग ने बताया है कि हिमाचल प्रदेश में 7 जुलाई तक भारी बारिश जारी रहने की संभावना है। प्रशासन ने लोगों को सावधानी बरतने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है.