होंठों की देखभाल: लिप बाम या लिप ऑयल, कौन सा है बेहतर?

होंठों की समस्या और समाधान
रूखे होंठ केवल सर्दियों में ही नहीं, बल्कि हर मौसम में एक सामान्य समस्या बन चुके हैं। मौसम में बदलाव, आधुनिक जीवनशैली, लंबे समय तक एसी में रहना और पानी की कमी जैसे कारणों से होंठों में सूखापन आ जाता है। सूखे होंठों के साथ-साथ फटने की समस्या भी बढ़ जाती है। ऐसे में लिप बाम या लिप ऑयल का उपयोग करना आवश्यक हो जाता है।
लिप ऑयल और लिप बाम: एक तुलना
लिप ऑयल और लिप बाम दोनों का उपयोग होंठों को नमी देने के लिए किया जाता है, लेकिन इनके गुण और बनावट में अंतर होता है। लिप बाम आमतौर पर मोम या पेट्रोलियम जेली पर आधारित होता है, जो होंठों पर एक सुरक्षात्मक परत बनाता है और बाहरी सूखेपन से बचाता है। इसे सर्दियों में अधिकतर इस्तेमाल किया जाता है।
वहीं, लिप ऑयल हल्का और चिपचिपा नहीं होता। यह तरल रूप में होता है और इसमें नारियल तेल, जोजोबा तेल या विटामिन ई जैसे तत्व होते हैं, जो होंठों में गहराई तक नमी पहुँचाते हैं। इसका हल्का टेक्सचर इसे मेकअप के ऊपर लगाने में भी आसान बनाता है।
लिप ऑयल और लिप बाम के लाभ
लिप ऑयल का हल्का फॉर्मूला इसे चिपचिपा नहीं बनाता। इसमें मौजूद नारियल तेल, जोजोबा तेल, बादाम तेल या विटामिन ई जैसे तत्व होंठों को अंदर से भी नमी प्रदान करते हैं और उन्हें मुलायम बनाते हैं। इसके उपयोग से होंठों में प्राकृतिक चमक आती है।
दूसरी ओर, लिप बाम का उपयोग मुख्य रूप से सूखे और फटे होंठों के लिए किया जाता है। इसमें गाढ़े मॉइस्चराइजिंग तत्व जैसे मोम, शिया बटर, पेट्रोलियम जेली या घी होते हैं, जो होंठों में नमी भरते हैं और फटे होंठों को धीरे-धीरे ठीक करते हैं। सोने से पहले लिप बाम लगाने से होंठों में गहराई से नमी पहुँचती है।
कौन सा विकल्प चुनें?
लिप बाम और लिप ऑयल दोनों ही होंठों को नमी देने के लिए प्रभावी हैं। लेकिन, होंठों की स्थिति के अनुसार इनका उपयोग करना सही होता है। यदि आपके होंठ फटे हुए हैं, तो लिप बाम एक बेहतर विकल्प है। वहीं, यदि आप होंठों को चमक और नमी देना चाहते हैं, तो लिप ऑयल सबसे अच्छा रहेगा।