सुबह की आदतें जो आपके गुर्दे को कर सकती हैं नुकसान
गुर्दे की सेहत के लिए सावधानियाँ
गुर्दे हमारे शरीर के महत्वपूर्ण अंगों में से एक हैं। ये न केवल रक्त को साफ करते हैं, बल्कि शरीर से अतिरिक्त तरल और अपशिष्ट को भी बाहर निकालते हैं। समय के साथ, गुर्दे कमजोर हो सकते हैं, जिससे उनकी कार्यक्षमता प्रभावित होती है। मधुमेह, मोटापा, शराब का सेवन और उच्च रक्तचाप जैसे कारक क्रोनिक किडनी रोग का कारण बन सकते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपकी सुबह की कुछ आदतें आपके गुर्दे को नुकसान पहुंचा सकती हैं? चेन्नई के मूत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. वेंकटसुब्रमण्यम ने ऐसी पांच आदतों की पहचान की है। आइए, इन पर चर्चा करते हैं।
सुबह पेशाब रोकना
नींद के दौरान मूत्राशय भर जाता है, और जागने पर पेशाब करने की स्वाभाविक इच्छा होती है। लेकिन लंबे समय तक पेशाब रोकने से मूत्राशय और गुर्दे पर दबाव पड़ता है। इससे मूत्राशय की मांसपेशियाँ कमजोर हो सकती हैं, संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है, और गुर्दे के ऊतकों को नुकसान हो सकता है। डॉक्टर जागने के तुरंत बाद पेशाब करने की सलाह देते हैं।
सुबह पानी न पीना
रात भर पानी न पीने से हल्का निर्जलीकरण हो सकता है। इस स्थिति में, गुर्दे को सही से काम करने के लिए अधिक तरल की आवश्यकता होती है। यदि आप सुबह चाय या कॉफी पीते हैं, तो कैफीन और अधिक निर्जलीकरण कर सकता है। इसलिए, दिन की शुरुआत एक गिलास पानी से करना आवश्यक है।
खाली पेट दर्द निवारक दवाएँ लेना
कई लोग सुबह सिरदर्द या शरीर के दर्द से राहत के लिए खाली पेट आइबुप्रोफेन या एस्पिरिन लेते हैं। डॉक्टरों के अनुसार, दर्द निवारक दवाओं का बार-बार सेवन गुर्दे में रक्त प्रवाह को कम कर सकता है, जिससे सूजन और क्षति का खतरा बढ़ता है। खाली पेट इन दवाओं का सेवन गुर्दे पर रासायनिक दबाव बढ़ा सकता है।
व्यायाम के बाद पानी न पीना
सुबह व्यायाम करना स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। लेकिन यदि आप पसीना आने के बाद पानी नहीं पीते हैं, तो निर्जलीकरण का खतरा बढ़ जाता है। पसीने के माध्यम से शरीर से पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स निकल जाते हैं। यदि इनकी भरपाई नहीं की जाती है, तो गुर्दे में रक्त प्रवाह कम हो जाता है, जिससे रक्त को फ़िल्टर करना मुश्किल हो जाता है।
नाश्ता छोड़ना
कई लोग वजन कम करने या व्यस्त दिनचर्या के कारण नाश्ता छोड़ देते हैं। इससे दिनभर नमकीन स्नैक्स खाने की आदत पड़ जाती है, जिससे शरीर में सोडियम का स्तर बढ़ता है। लंबे समय तक भूखे रहने से रक्त शर्करा का स्तर बिगड़ सकता है, जो गुर्दे पर अतिरिक्त दबाव डालता है। एक संतुलित नाश्ता गुर्दे को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है।
