I Love Muhammad पोस्टर विवाद: कानपुर से मुंबई तक का हंगामा

कानपुर में विवाद की शुरुआत
उत्तर प्रदेश में नवरात्रि के पहले माहौल को बिगाड़ने की कोशिशें की जा रही हैं। कानपुर में शुरू हुआ यह विवाद अब महाराष्ट्र, गुजरात और उत्तराखंड जैसे कई राज्यों में फैल चुका है। इस विवाद का केंद्र एक पोस्टर है, जिसमें लिखा है 'I Love Muhammad'। यह जानना दिलचस्प है कि एक साधारण विवाद कैसे इतना बड़ा बन गया है कि हर जगह इसकी चर्चा हो रही है।
दो गुटों के बीच झड़प
कानपुर में एक पोस्टर को लेकर दो गुटों के बीच कहासुनी और मामूली झड़प हुई, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया। 4 सितंबर को एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें 'I Love Muhammad' लिखा पोस्टर दिखाई दे रहा था। इसके बाद विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए।
पुलिस की कार्रवाई
विवाद की जानकारी मिलते ही कानपुर पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों के बीच समझौता कराया। हालांकि, पुलिस ने कहा कि सरकार के नियमों के अनुसार जुलूस में नई परंपराएं नहीं अपनाई जा सकतीं। बारावफात के जुलूस के दौरान कुछ लोगों ने नए स्थान पर टेंट और पोस्टर लगाए थे, जिसे पुलिस ने रोक दिया।
विवाद का बढ़ता दायरा
मुस्लिम पक्ष का आरोप था कि उनके साइन बोर्ड को तोड़ा गया, जबकि हिंदू पक्ष ने आरोप लगाया कि मुस्लिम पक्ष के लोगों ने धार्मिक पोस्टर फाड़े। मामला शांत होने के बाद भी 9 सितंबर को पुलिस ने दो दर्जन से अधिक लोगों पर केस दर्ज किया। पुलिस का कहना है कि यह मामला सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के लिए दर्ज किया गया है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
15 सितंबर को AIMIM के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि 'I Love Muhammad' कहना कोई अपराध नहीं है। इसके बाद सपा नेताओं के बयान आए और यह विवाद मुंबई, गुजरात और उत्तराखंड में फैल गया। कई स्थानों पर लोग 'I Love Muhammad' के पोस्टर लेकर प्रदर्शन करने लगे और 'सिर तन से जुदा' के नारे भी लगाए गए।