अग्रसेन जयंती को राष्ट्रीय पर्व बनाने की मांग: राजकुमार गोयल

अग्रसेन जयंती को राष्ट्रीय पर्व घोषित करने की अपील
जींद। अखिल भारतीय अग्रवाल समाज के हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष डा. राजकुमार गोयल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया है कि महाराजा अग्रसेन जयंती को राष्ट्रीय पर्व के रूप में मान्यता दी जाए। गोयल का कहना है कि 22 सितंबर को देशभर में अग्रसेन जयंती मनाई जाती है, और यदि इसे राष्ट्रीय पर्व घोषित किया जाता है, तो यह करोड़ों लोगों के लिए खुशी का कारण बनेगा।
अग्रसेन जयंती को राष्ट्रीय पर्व बनाने की मांग का इतिहास
गोयल ने बताया कि अग्रवाल समाज कई दशकों से इस जयंती को राष्ट्रीय पर्व घोषित करने की मांग कर रहा है। महाराजा अग्रसेन पहले ऐसे महापुरुष थे जिन्होंने 'एक रूपया एक ईंट' के सिद्धांत के साथ समाजवाद का पाठ पढ़ाया। उनके राज्य में जरूरतमंद लोगों को अग्रोहा के हर परिवार द्वारा एक रुपया और एक ईंट देकर सहायता की जाती थी, जिससे वे अपने लिए घर और व्यवसाय स्थापित कर सकें।
समाजवाद का यह सिद्धांत महाराजा अग्रसेन के द्वारा स्थापित किया गया था, जो एक अहिंसक नेता थे। उनके शासन में समानता और दान की भावना को बढ़ावा दिया गया, जिससे समाज सेवा की प्रवृत्ति हमेशा बनी रहती थी।
केंद्र सरकार की अनदेखी पर चिंता
गोयल ने कहा कि हरियाणा सरकार ने इस पर्व के लिए सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है, लेकिन केंद्र सरकार ने अब तक इसे राष्ट्रीय पर्व नहीं बनाया है। यह मांग लंबे समय से अधर में लटकी हुई है। पिछले कई वर्षों से गोयल केंद्र सरकार से इस जयंती को राष्ट्रीय पर्व बनाने की अपील कर रहे हैं।
इस बार भी, अग्रसेन जयंती के अवसर पर, उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से अनुरोध किया है कि इसे राष्ट्रीय पर्व घोषित किया जाए ताकि इसे पूरे देश में मनाया जा सके। गोयल ने बताया कि उन्होंने पिछले कई वर्षों में प्रधानमंत्री को पत्र लिखे हैं, और 2017 में उनके सुझाव को सरकार द्वारा स्वीकार किया गया था।