अनुराग ठाकुर ने अवैध माइनिंग पर सरकार से की सख्त कार्रवाई की मांग

अवैध माइनिंग पर चिंता
शिमला - पूर्व केंद्रीय मंत्री और हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद अनुराग सिंह ठाकुर ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को एक पत्र लिखकर ऊना के हरोली में चल रही अवैध माइनिंग के मुद्दे पर ध्यान आकर्षित किया है। उन्होंने माइनिंग माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
ठाकुर ने कहा, "देवभूमि हिमाचल भारी बारिश के कारण बाढ़ और जलभराव जैसी समस्याओं का सामना कर रहा है। अवैध खनन इन समस्याओं का एक प्रमुख कारण है। मिट्टी और बालू के खनन से न केवल लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, बल्कि बारिश के दौरान नदी में बाढ़ आने से कटाव का खतरा भी बढ़ जाता है। मेरी जानकारी के अनुसार, ऊना जिले के हरोली में खनन माफिया बिना किसी सरकारी अनुमति के बड़े पैमाने पर रेत और मिट्टी का खनन कर रहे हैं, जिससे क्षेत्र को खतरा हो रहा है। वैज्ञानिक तरीके से न होने के कारण यह माइनिंग गंभीर खतरे को आमंत्रित कर रही है। आखिरकार, ऊना में इन माफियाओं को किसका संरक्षण प्राप्त है? इस अवैध माइनिंग पर सरकार और प्रशासन चुप क्यों हैं?"
देवभूमि हिमाचल भारी बारिश के चलते बाढ़ और जलभराव जैसी समस्याएँ झेल रहा है। अवैध खनन बाढ़ और जलभराव का एक बड़ा कारण है, मिट्टी और बालू के खनन से जहां लोगों को काफी असुविधा होती है वहीं बरसात के समय नदी में बाढ़ आने से कटाव का खतरा और भी बढ़ जाता है।
मेरी अपनी सूचना के अनुसार ऊना… pic.twitter.com/zTFVpBOTwv
— Anurag Thakur (@ianuragthakur) July 4, 2025
ठाकुर ने आगे कहा, "नदी के तल से रेत और पत्थरों का खनन करने से नदी का तल गहरा होता है, जिससे पानी का प्रवाह तेज हो जाता है। यह बढ़ा हुआ प्रवाह नदी के किनारों का कटाव तेज करता है और बाढ़ की स्थिति में मकान और पुल जैसी बुनियादी संरचनाओं को अधिक नुकसान पहुंचाता है। जबकि आम लोग अपने जीवन और परिवार की चिंता कर रहे हैं, खनन विभाग इस मामले में मूक दर्शक बना हुआ है। मैं मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से निवेदन करता हूं कि प्रदेश की स्थिति को देखते हुए अवैध खनन से संबंधित सभी गतिविधियों पर तुरंत कार्रवाई करने का निर्णय लें। हिमाचल के हित में खनन माफियाओं को समाप्त करें ताकि देवभूमि में बाढ़ और जलभराव के खतरों को कम किया जा सके।"