आभा कार्ड: स्वास्थ्य सेवाओं के लिए अनिवार्य डिजिटल पहचान

भारत सरकार द्वारा जारी विभिन्न कार्ड
भारत सरकार नागरिकों के लिए कई प्रकार के कार्ड प्रदान करती है, जिनका उपयोग विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जाता है। उदाहरण के लिए, आयुष्मान कार्ड का उपयोग मुफ्त चिकित्सा सेवाओं के लिए किया जाता है, जबकि वोटर कार्ड मतदान के लिए आवश्यक है। आयकर और बैंकिंग के लिए पैन कार्ड जारी किया जाता है, और आधार कार्ड एक पहचान पत्र के रूप में कार्य करता है। 2021 में, सरकार ने आभा कार्ड का भी शुभारंभ किया, जो अन्य कार्डों से भिन्न है। हालांकि, इसके बिना लोगों के कार्य रुकते नहीं हैं, लेकिन इसका उपयोग करना काफी कठिन हो सकता है। आइए जानते हैं कि आभा कार्ड न होने पर क्या समस्याएं हो सकती हैं।
आभा कार्ड के बिना होने वाले नुकसान
आभा कार्ड का महत्व
आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता या आभा कार्ड एक डिजिटल स्वास्थ्य पहचान पत्र है, जिसे भारत सरकार द्वारा जारी किया गया है। इस कार्ड में आपका संपूर्ण चिकित्सा रिकॉर्ड सुरक्षित रहता है, जिससे आप अपनी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी को आसानी से और सुरक्षित रूप से संग्रहीत कर सकते हैं। जिन व्यक्तियों के पास आभा कार्ड नहीं है, उनकी स्वास्थ्य जानकारी विभिन्न स्थानों पर बिखरी हो सकती है, जिससे आवश्यक समय पर सभी जानकारी प्राप्त करना मुश्किल हो जाता है। अस्पताल में इलाज के दौरान, यदि आपके पास पिछला मेडिकल रिकॉर्ड नहीं है, तो यह उपचार में बाधा उत्पन्न कर सकता है। आभा कार्ड से आपकी संपूर्ण चिकित्सा इतिहास एक ही स्थान पर उपलब्ध होती है, जिसे डॉक्टर या अस्पताल आसानी से देख सकते हैं।
आभा कार्ड बनाने की प्रक्रिया
आभा कार्ड कैसे प्राप्त करें?
आभा कार्ड बनाना एक सरल प्रक्रिया है और इसके लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाता है। इसे बनाने के लिए, सबसे पहले आपको आभा कार्ड की आधिकारिक वेबसाइट https://ndhm.gov.in/ पर जाना होगा। वहां, 'क्रिएट आभा नंबर' पर क्लिक करें। इसके बाद, आपको दो विकल्प दिखाई देंगे: ड्राइविंग लाइसेंस या आधार कार्ड नंबर से आभा कार्ड जनरेट करने का विकल्प चुनें। यदि आप आधार कार्ड का चयन करते हैं, तो आपको तुरंत आभा नंबर प्राप्त होगा। यदि आप ड्राइविंग लाइसेंस का उपयोग करना चाहते हैं, तो आपको अपने नजदीकी जन सेवा केंद्र पर जाकर आभा नंबर प्राप्त करना होगा।