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इंदिरा गांधी यूनिवर्सिटी तक फोरलेन सड़क निर्माण की योजना

शहर के बाइपास पर प्रजापति चौक से इंदिरा गांधी यूनिवर्सिटी तक फोरलेन सड़क बनाने की योजना पर चर्चा हो रही है। विधायक लक्ष्मण सिंह यादव ने मुख्यमंत्री से इस मांग को रखा है, और मुख्यमंत्री ने जल्द कार्यवाही का आश्वासन दिया है। यह सड़क न केवल छात्रों के लिए बल्कि आसपास के गांवों के निवासियों के लिए भी सुविधाजनक होगी। जानें इस योजना के बारे में और क्या-क्या लाभ होंगे।
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इंदिरा गांधी यूनिवर्सिटी तक फोरलेन सड़क निर्माण की योजना

फोरलेन सड़क का निर्माण


न्यूज़ मीडिया: शहर के बाइपास पर प्रजापति चौक से मीरपुर गांव तक लगभग 8 किलोमीटर लंबी सड़क को जल्द ही फोरलेन में परिवर्तित किया जाएगा, यदि सब कुछ सही रहा। यह मांग विधायक लक्ष्मण सिंह यादव ने मुख्यमंत्री नायब सैनी के समक्ष रखी थी, जो हाल ही में आयोजित धन्यवाद रैली के दौरान हुई थी।


मुख्यमंत्री का आश्वासन

मुख्यमंत्री नायब सैनी ने इस परियोजना को जल्द शुरू करने का आश्वासन दिया है।

प्रारंभिक चरण में, योजना है कि रेवाड़ी में प्रजापति चौक से एनएच-71 तक सड़क को चौड़ा किया जाएगा। हालांकि, विधायक लक्ष्मण सिंह यादव का कहना है कि वे प्रयास करेंगे कि पहले चरण में ही यह सड़क यूनिवर्सिटी तक फोरलेन बन जाए, जिससे छात्रों और आम जनता को बेहतर सुविधाएं मिल सकें।


गांव और यूनिवर्सिटी को मिलेगा लाभ

वर्तमान में, प्रजापति चौक से इंदिरा गांधी यूनिवर्सिटी तक की यह सड़क लगभग 10 किलोमीटर लंबी है और सिंगल लेन है। इस कारण यहां अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं। इस मार्ग पर 10 गांव और 8 कॉलोनियां हैं, जो अब पूरी तरह से बस चुकी हैं। भविष्य में रामगढ़ तक नई कॉलोनियों के बसने की संभावना है। इसलिए लंबे समय से यहां फोरलेन सड़क की आवश्यकता महसूस की जा रही थी।


बस स्टैंड और हाईवे से जुड़ाव

प्रजापति चौक, जो रेवाड़ी-रोहतक हाईवे (एनएच-71) से केवल 1.5 किलोमीटर दूर है, वहां एक नया बस स्टैंड प्रस्तावित है। जब यह सड़क फोरलेन बन जाएगी, तो बस स्टैंड की ओर आने वाले ट्रैफिक को आसानी से नियंत्रित किया जा सकेगा।


सीधा लाभ पाने वाले गांव और कॉलोनियां

फोरलेन बनने से जिन क्षेत्रों को सबसे अधिक लाभ होगा, उनमें शामिल हैं: जैन सभा, शिव नगर पार्ट 1, 2 और 3, तुर्कियावास, रामगढ़, भगवानपुर, बुढ़ाना, बुढ़ानी, मीरपुर, मालाहेड़ा, आलमगीरपुर और खटावली। इसके साथ ही, मीरपुर की इंदिरा गांधी यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्रों के लिए यात्रा करना भी आसान हो जाएगा।