उत्तरकाशी में मुख्यमंत्री धामी के साथ भावुक पल: महिला ने बांधी राखी

उत्तरकाशी में आपदा का निरीक्षण
उत्तरकाशी में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा: उत्तरकाशी में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर रहे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को एक ऐसा दृश्य देखा, जिसने वहां उपस्थित सभी लोगों को भावुक कर दिया। अहमदाबाद के ईशानपुर से आई धनगौरी बरौलिया अपने परिवार के साथ गंगोत्री दर्शन के लिए आई थीं।
धनगौरी का आभार
जब मुख्यमंत्री धामी लगातार तीन दिनों तक आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे थे, तब धनगौरी अपनी भावनाओं को रोक नहीं पाईं। उनकी आंखों में आंसू थे, जो डर के नहीं, बल्कि आस्था के थे। उन्होंने आगे बढ़कर अपनी साड़ी का एक टुकड़ा फाड़कर मुख्यमंत्री की कलाई पर राखी के रूप में बांध दिया।
धराली (उत्तरकाशी) में आपदा प्रभावित क्षेत्रों के निरीक्षण के दौरान एक बहन ने साड़ी का किनारा फाड़ कर मेरी कलाई पर राखी के प्रतीक के रूप में बांधा तो मन अत्यंत भावुक हो उठा।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) August 8, 2025
ना थाली, ना चंदन, केवल एक कपड़े का टुकड़ा, लेकिन उसमें रिश्ते का सच्चा एहसास, सुरक्षा का वचन, और मानवता का… pic.twitter.com/DR2B4OFBpA
महिला की भावनाएं
राखी बांधते समय धनगौरी भावुक हो गईं और कहा, 'मेरे लिए मुख्यमंत्री धामी भगवान कृष्ण के समान हैं, जिन्होंने न केवल मेरी बल्कि यहां उपस्थित सभी माताओं और बहनों की रक्षा एक भाई की तरह की है। वे तीन दिनों से हमारे बीच हैं और हमारी सुरक्षा का ध्यान रख रहे हैं।' यह केवल कपड़े का एक टुकड़ा नहीं था, बल्कि भाई-बहन के रिश्ते का विश्वास था। मुख्यमंत्री धामी ने भी उनका हाथ थाम लिया और आश्वासन दिया कि वे हर परिस्थिति में आपदा प्रभावित बहनों के साथ खड़े रहेंगे और राज्य सरकार हर संभव मदद करेगी।
राहत और बचाव कार्य
5 अगस्त को आई आपदा: धारली में आई भीषण आपदा ने धनगौरी और उनके परिवार के जीवन को बदल दिया। अचानक मलबा और तेज बहाव के कारण सड़क पूरी तरह अवरुद्ध हो गई और वे अपने परिवार के साथ फंस गईं। इस बीच, मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में राहत और बचाव कार्य तेजी से शुरू हुआ। कठिन परिस्थितियों के बावजूद, बचाव दलों ने धनगौरी और उनके परिवार को सुरक्षित निकाल लिया। पहली बार डर से कांपते चेहरों पर राहत की मुस्कान दिखाई दी।