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कोविड-19 महामारी ने मस्तिष्क की उम्र को तेजी से बढ़ाया: अध्ययन

एक हालिया अध्ययन में यह सामने आया है कि कोविड-19 महामारी ने मस्तिष्क की उम्र को तेजी से बढ़ा दिया है, चाहे व्यक्ति संक्रमित हुआ हो या नहीं। अध्ययन में पाया गया कि लॉकडाउन के दौरान का तनाव और अलगाव ने मस्तिष्क के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाला है। शोधकर्ताओं ने यह भी बताया कि मस्तिष्क की उम्र बढ़ने की गति में वृद्धि हुई है, विशेष रूप से कमजोर स्वास्थ्य वाले लोगों में। यह अध्ययन मस्तिष्क के स्वास्थ्य की निगरानी और स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने के महत्व को उजागर करता है।
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कोविड-19 महामारी ने मस्तिष्क की उम्र को तेजी से बढ़ाया: अध्ययन

महामारी का मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव


हाल ही में नेचर पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चलता है कि कोविड-19 संक्रमण का अनुभव, चाहे व्यक्ति संक्रमित हुआ हो या नहीं, ने हमारे मस्तिष्क को तेजी से बूढ़ा कर दिया है। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि यह दर्शाता है कि केवल वायरस ही नहीं, बल्कि लॉकडाउन के दौरान का तनाव, अलगाव और नुकसान की भावना ने भी मस्तिष्क के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाला है।


शोध में यह पाया गया कि महामारी के दौरान मस्तिष्क की उम्र लगभग 5.5 महीने तेजी से बढ़ गई। विशेष रूप से, यह प्रभाव पुरुषों, बुजुर्गों और उन लोगों में अधिक देखा गया जिनका स्वास्थ्य कमजोर था, शिक्षा का स्तर कम था और आय भी सीमित थी। इस अध्ययन में यूके बायोबैंक (यूकेबीबी) से सीरियल न्यूरो-इमेजिंग डेटा का उपयोग किया गया। पारस हेल्थ, गुरुग्राम की न्यूरोलॉजी की प्रमुख डॉ. एमवी पद्मा श्रीवास्तव ने कहा, "यह अध्ययन मस्तिष्क के स्वास्थ्य की निगरानी और स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने के महत्व को उजागर करता है।"


अध्ययन के निष्कर्ष

अध्ययन में यह स्पष्ट हुआ कि कोविड-19 महामारी के दौरान मस्तिष्क की उम्र बढ़ने की गति में वृद्धि हुई, यहां तक कि उन लोगों में भी जो कभी संक्रमित नहीं हुए थे। इसका अर्थ है कि ये परिवर्तन केवल वायरस के कारण नहीं थे, बल्कि तनाव, अलगाव और दैनिक जीवन में व्यवधान के कारण भी थे। यह दर्शाता है कि हमारा मानसिक और भावनात्मक वातावरण मस्तिष्क के स्वास्थ्य को गहराई से प्रभावित कर सकता है।


हालांकि, अध्ययन ने दीर्घकालिक मस्तिष्क स्वास्थ्य समस्याओं की पुष्टि नहीं की है। फिर भी, यह मस्तिष्क के स्वास्थ्य की निगरानी और दीर्घकालिक संज्ञानात्मक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने के महत्व को रेखांकित करता है।


मस्तिष्क के स्वास्थ्य की देखभाल के उपाय

हालांकि अध्ययन में यह स्पष्ट नहीं किया गया कि क्या इन परिवर्तनों को उलटा किया जा सकता है, लेकिन मौजूदा शोध से पता चलता है कि एक स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखना - जिसमें तनाव प्रबंधन, सामाजिक संपर्क, नियमित शारीरिक गतिविधि और मानसिक व्यस्तता शामिल है - मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हो सकता है।


मस्तिष्क के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए तनाव प्रबंधन, शारीरिक सक्रियता, पर्याप्त नींद, संतुलित आहार और मानसिक गतिविधियों में संलग्न रहना आवश्यक है। ओमेगा-3 फैटी एसिड, एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन से भरपूर खाद्य पदार्थ मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं।