क्या आपका रिश्ता ट्रॉमा-बॉन्डिंग का शिकार है? जानें 5 संकेत

ट्रॉमा-बॉन्डिंग: एक दर्दनाक संबंध
क्या आप जानते हैं कि जिस रिश्ते से आपको सबसे अधिक सुरक्षा का अनुभव होना चाहिए, वही कभी-कभी सबसे अधिक दर्द भी दे सकता है? इसे 'ट्रॉमा-बॉन्डिंग' कहा जाता है, जो तब होती है जब दो लोग एक ही दर्दनाक अनुभव से गुजरते हैं और इसी दर्द का धागा उन्हें एक-दूसरे से जोड़ता है। बाहरी नजर से यह प्यार जैसा प्रतीत हो सकता है, लेकिन वास्तव में यह रिश्ता आपको कमजोर करता है। इस लेख में, हम आपको ट्रॉमा-बॉन्डिंग से जुड़े 5 संकेत बताएंगे।
हमेशा उथल-पुथल रहती है
एक स्वस्थ संबंध में सुकून और सुरक्षा का अनुभव होता है, लेकिन यदि आपका रिश्ता हमेशा झगड़ों, असहमतियों या भावनात्मक नाटक से भरा रहता है, तो यह ट्रॉमा-बॉन्डिंग का संकेत हो सकता है। आप दोनों दर्द का सामना करते हैं, फिर एक-दूसरे को माफ करते हैं और फिर से उसी चक्र में फंस जाते हैं।
एक-दूसरे से अलग होने का डर
यदि आपको लगता है कि आप इस व्यक्ति के बिना अधूरे हैं या अकेलेपन का डर आपको इस रिश्ते में बांधे हुए है, तो यह प्यार नहीं है। ट्रॉमा-बॉन्डिंग में, व्यक्ति भावनात्मक रूप से दूसरे पर इतना निर्भर हो जाता है कि वह उससे दूर होने की कल्पना भी नहीं कर सकता, चाहे रिश्ता कितना भी विषाक्त क्यों न हो।
कमियाँ भी दूर हो जाती हैं
जब आपका साथी आपको चोट पहुँचाता है और आप उसकी गलतियों को माफ़ करने के लिए बहाने ढूंढते हैं, तो यह एक बड़ा संकेत है। जैसे, "वह ऐसा इसलिए करता है क्योंकि उसका बचपन अच्छा नहीं बीता।" प्यार में आप समस्याओं का समाधान करते हैं, उन्हें सही नहीं ठहराते।
खुशी से ज़्यादा दर्द महसूस करना
यदि आपको अपने रिश्ते में खुशी के क्षणों से अधिक दुख के पल याद आते हैं, तो यह चिंताजनक है। ट्रॉमा-बॉन्डिंग वाले रिश्तों में दर्द, असुरक्षा और मानसिक तनाव सामान्य हैं, जबकि प्यार में आपसी समझ और खुशी शामिल होती है।
दूसरों से दूरी
क्या आप इस रिश्ते के कारण अपने दोस्तों या परिवार से अलग हो गए हैं? ट्रॉमा-बॉन्डिंग में, कई बार साथी आपको दूसरों से अलग कर देता है या आप खुद को अलग कर लेते हैं क्योंकि आपको लगता है कि कोई भी आपके रिश्ते को नहीं समझेगा। एक सच्चा रिश्ता आपको अपनों से जोड़ता है, दूर नहीं।