खेल और विज्ञान का संगम: परगट सिंह का संदेश
खेल और विज्ञान का महत्व
- पद्मश्री परगट सिंह ने सीएसआईआर की सराहना की
- स्वस्थ दिमाग के लिए स्वस्थ शरीर की आवश्यकता
चंडीगढ़: भारतीय हॉकी के पूर्व कप्तान और ओलंपियन पद्मश्री परगट सिंह ने कहा है कि विज्ञान और खेल एक-दूसरे से गहराई से जुड़े हुए हैं। दोनों क्षेत्रों में मेहनत, निष्पक्ष खेल, दृढ़ संकल्प और धैर्य की आवश्यकता होती है। जब वैज्ञानिक और शोधकर्ता खेल के मैदान में उतरते हैं, तो यह उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है। यह विचार उन्होंने चंडीगढ़ में सीएसआईआर स्टाफ क्लब द्वारा आयोजित चार दिवसीय इनडोर खेल टूर्नामेंट-2025 के उद्घाटन समारोह में व्यक्त किए। यह कार्यक्रम माइक्रोबियल प्रौद्योगिकी संस्थान (IMTECH) के स्टाफ क्लब द्वारा सीएसआईआर खेल संवर्धन बोर्ड के सहयोग से आयोजित किया गया है।
इस अवसर पर परगट सिंह ने कहा कि वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं का कार्य मानसिक है, जिसके लिए उन्हें एक स्वस्थ मस्तिष्क की आवश्यकता होती है। खेल न केवल मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है, बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य को भी बनाए रखता है। एक स्वस्थ शरीर ही एक स्वस्थ चरित्र का निर्माण करता है। इस प्रकार के खेल आयोजन कर्मचारियों को अपने पेशेवर दायित्वों के साथ मनोरंजक और फिटनेस गतिविधियों में भागीदारी के लिए प्रेरित करते हैं, जो समग्र कल्याण और टीम भावना के लिए आवश्यक है। इसलिए खेल और विज्ञान का मेल अत्यंत महत्वपूर्ण है।
पद्मश्री परगट सिंह, जो 1992 और 1996 में ओलंपिक में भारतीय टीम के कप्तान रहे, ने युवा छात्रों को बाहरी गतिविधियों के लिए समय निकालने की सलाह दी। उन्होंने खेलों के महत्व को साझा करते हुए अनुशासन, दृढ़ता और आपसी सम्मान को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया।
उन्होंने इस टूर्नामेंट में भाग लेने वाली 20 टीमों के 120 से अधिक खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं, जो बैडमिंटन, टेबल टेनिस, शतरंज और ब्रिज जैसे लोकप्रिय खेलों में प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। उन्होंने इस आयोजन के प्रधान वैज्ञानिक और संयोजक डॉ. वी. वेंकट रमण, सीएसआईआर के निदेशकों और वैज्ञानिकों के प्रयासों की भी सराहना की।
इस समारोह की अध्यक्षता चंडीगढ़ प्रशासन में खेल विभाग की सचिव और आईएएस प्रेरणा पुरी ने की। उनके साथ सीएसआईआर-आईएमटेक के निदेशक डॉ. संजीव खोसला, सीएसआईआर-सीएसआईओ के निदेशक प्रो. शांतनु भट्टाचार्य, सीएसआईआर खेल संवर्धन बोर्ड की सचिव डॉ. अनुराधा मधुकर, डॉ. ए.पी. मित्रा और डॉ. जी.एस. सिद्धू भी उपस्थित थे।
