गरुड़ पुराण में महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण सलाह

गरुड़ पुराण का महत्व
हिंदू धर्म में गरुड़ पुराण का एक विशेष स्थान है। शास्त्रों में कुल 18 पुराणों का उल्लेख किया गया है, जिनमें गरुड़ पुराण भी शामिल है। यह पुराण मृत्यु, पुनर्जन्म, मानव आत्माओं, नरक और दंड के रहस्यों पर प्रकाश डालता है। इसे किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद पढ़ा जाता है, और आमतौर पर इसे घर के पुजारी या ब्राह्मण द्वारा सुनाया जाता है। गरुड़ पुराण जीवन को सही दिशा में जीने और सही कार्यों को करने की प्रेरणा देता है। इसके साथ ही, यह उन कार्यों की भी चर्चा करता है, जिन्हें महिलाओं को नहीं करना चाहिए। आइए जानते हैं उन कार्यों के बारे में जो महिलाओं को नहीं करने चाहिए, क्योंकि इससे उनके और उनके पति के जीवन में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
महिलाओं के लिए निषेध कार्य
पति से दूर रहना
गरुड़ पुराण के अनुसार, महिलाओं को अपने पति से दूर नहीं रहना चाहिए। ऐसा करने से पति-पत्नी के बीच दूरियां बढ़ सकती हैं और अलगाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इसलिए, महिलाओं को अपने पति के साथ अधिक समय बिताना चाहिए।
अपमान से बचें
महिलाओं को अपने मायके या ससुराल में किसी के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग करने से बचना चाहिए। उन्हें सभी के साथ अच्छे से बात करनी चाहिए और सभी का सम्मान करना चाहिए। ऐसा न करने पर उनकी और उनके पति की छवि खराब हो सकती है।
दूसरों के घर में अधिक समय न बिताएं
गरुड़ पुराण के अनुसार, महिलाओं को किसी और के घर में अधिक समय नहीं बिताना चाहिए। जो महिलाएं दूसरों के घर में अधिक समय बिताती हैं, उनके घर में सम्मान की कमी हो सकती है और उनके पति और ससुराल वालों के बीच संबंध खराब हो सकते हैं। इसलिए, शादी के बाद महिलाओं को अपने ससुराल में रहना चाहिए।
सुनसान जगहों पर जाने से बचें
महिलाओं को अनजान और सुनसान जगहों पर जाने से बचना चाहिए। उन्हें किसी अजनबी के साथ सुनसान स्थान पर नहीं जाना चाहिए, खासकर जब वे गर्भवती हों। ऐसा करने से उन्हें और उनके बच्चे को खतरा हो सकता है।