गांव बीरण की शाईना ने सियोल में 100% स्कॉलरशिप से किया चयन

शाईना का सियोल में चयन
- शाईना का चयन सियोल की होसियो यूनिवर्सिटी में 100% स्कॉलरशिप के तहत हुआ है।
- विश्वभर से 11 छात्रों का चयन हुआ, जिसमें भारत से केवल शाईना का नाम शामिल है।
- सरपंच सुल्तान ने कहा कि शाईना की उपलब्धि उन सभी के लिए प्रेरणा है जो बड़े सपने देखते हैं।
भिवानी से रिपोर्ट:
शाईना का सियोल में चयन: गांव बीरण ने एक बार फिर साबित किया है कि प्रतिभा किसी पहचान की मोहताज नहीं होती। शिक्षा और खेल के क्षेत्र में इस गांव के युवा न केवल देश में, बल्कि विदेशों में भी अपनी पहचान बना रहे हैं। इसी कड़ी में शाईना ने उच्च शिक्षा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है।
दक्षिण कोरिया में 100% स्कॉलरशिप
शाईना का चयन दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में मास्टर इन बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन के लिए 100% स्कॉलरशिप के तहत हुआ है। इस उपलब्धि पर गांव के लोगों ने उसे सम्मानित किया, जो सामूहिक गर्व और खुशी को दर्शाता है। यह सम्मान न केवल शाईना के लिए प्रेरणा का स्रोत है, बल्कि अन्य बच्चों को भी बड़े सपने देखने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
शाईना की शैक्षणिक यात्रा
शाईना के दादा मान सिंह फौगाट, दादी कमला देवी, पिता सुनील फौगाट और माता सुषमा देवी ने बताया कि शाईना को होसियो यूनिवर्सिटी में 100% स्कॉलरशिप मिली है। यह केवल एक स्कॉलरशिप नहीं, बल्कि देशभर के प्रतिभाशाली छात्रों के बीच उसकी मेहनत का प्रमाण है। शाईना ने फ्री सीट के लिए हुई कड़ी प्रतिस्पर्धा में 40 चयनित विद्यार्थियों में अपनी जगह बनाई है।
इस छात्रवृत्ति के लिए होसियो यूनिवर्सिटी में विश्वभर से केवल 11 बच्चे चुने गए, जिसमें शाईना भारत की एकमात्र छात्रा हैं। शाईना ने 10वीं कक्षा में 87% और 12वीं कक्षा में 88% अंक प्राप्त किए। इसके बाद, भिवानी के आदर्श महिला महाविद्यालय से बीएससी कंप्यूटर साइंस में 90% अंक के साथ स्नातक किया।
युवाओं के लिए प्रेरणा
इस अवसर पर सरपंच सुल्तान सिंह और सरपंच प्रतिनिधि जोगेंद्र सिंह ने कहा कि शाईना की यह उपलब्धि उन सभी युवाओं के लिए एक मिसाल है जो अपने दम पर कुछ बड़ा करने का सपना देखते हैं। शाईना की यात्रा यह दर्शाती है कि सही दिशा में किया गया प्रयास और दृढ़ निश्चय कैसे व्यक्ति को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिला सकता है।