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ग्रेटर नोएडा में फ्लैट रजिस्ट्री को लेकर खरीदारों का प्रदर्शन

ग्रेटर नोएडा वेस्ट के एवेन्यू-7 सोसायटी में फ्लैट खरीदारों ने तीन वर्षों से लंबित रजिस्ट्री के खिलाफ प्रदर्शन किया। सैकड़ों खरीदारों ने प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की और चेतावनी दी कि यदि रजिस्ट्री प्रक्रिया शीघ्र शुरू नहीं हुई, तो वे मेंटेनेंस शुल्क का भुगतान रोक देंगे। प्रदर्शन में शामिल खरीदारों ने प्रबंधन की ओर से बार-बार आश्वासन मिलने के बावजूद रजिस्ट्री की प्रक्रिया में देरी पर नाराजगी जताई। वे अब बड़े स्तर पर आंदोलन करने की तैयारी कर रहे हैं।
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ग्रेटर नोएडा में फ्लैट रजिस्ट्री को लेकर खरीदारों का प्रदर्शन

ग्रेटर नोएडा वेस्ट में खरीदारों का गुस्सा

Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा वेस्ट के गौर सिटी स्थित एवेन्यू-7 सोसायटी में तीन वर्षों से लंबित फ्लैट रजिस्ट्री के मुद्दे पर रविवार को खरीदारों का गुस्सा फूट पड़ा। सैकड़ों परेशान खरीदारों ने सोसायटी परिसर में मार्च निकाला और प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की, साथ ही मेंटेनेंस कार्यालय का घेराव किया। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही रजिस्ट्री प्रक्रिया शुरू नहीं की गई, तो वे मेंटेनेंस शुल्क का भुगतान रोक देंगे।


1100 से अधिक खरीदारों का इंतजार

1100 से अधिक खरीदार इंतजार में
एवेन्यू-7 सोसायती के 12 टावरों में से 5 में लगभग 1100 फ्लैट खरीदार ऐसे हैं जिन्हें घर का कब्जा तो मिल गया है, लेकिन रजिस्ट्री अब तक नहीं हो सकी। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि बिल्डर ने कब्जा देते समय ई-स्टांप शुल्क भी लिया था और कुछ ही दिनों में रजिस्ट्री कराने का आश्वासन दिया था। लेकिन तीन साल से अधिक समय बीत जाने के बाद भी प्रक्रिया शुरू नहीं हुई।


मेंटेनेंस शुल्क पर सवाल

मेंटेनेंस वसूली पर भी सवाल
रजिस्ट्री लंबित होने के बावजूद प्रबंधन द्वारा पूरा मेंटेनेंस शुल्क वसूले जाने पर खरीदारों ने नाराजगी जताई। प्रदर्शन में शामिल ज्ञान चंद पांडेय ने बताया कि प्रबंधन से कई बार शिकायत की गई, लेकिन हर बार केवल आश्वासन ही मिला। उन्होंने कहा कि हम अपनी मेहनत की कमाई से घर खरीदते हैं, फिर भी उन्हें मालिकाना हक नहीं मिल पाता है।


आंदोलन की तैयारी

आर-पार की तैयारी
प्रदर्शन में रत्नेश, सचिन, सुमित, प्रशांत, करुण, वीरेश समेत कई फ्लैट खरीदार शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने स्पष्ट किया कि यदि रजिस्ट्री को लेकर ठोस कार्रवाई नहीं हुई, तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।