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चंडीगढ़ का पर्यावरण: देश में सबसे उत्कृष्ट, 89.08 अंक प्राप्त

चंडीगढ़ ने 'स्टेट ऑफ इंडिया एन्वायर्नमेंट 2025' रिपोर्ट में 89.08 अंक प्राप्त कर देश में सर्वोत्तम पर्यावरण का दर्जा हासिल किया है। इस रिपोर्ट में चंडीगढ़ ने जल, कचरा प्रबंधन और वृक्षारोपण में उच्च अंक प्राप्त किए हैं। हालांकि, वायु प्रदूषण के कारण जीवनकाल में कमी की आशंका भी जताई गई है। जानें चंडीगढ़ के पर्यावरण के बारे में और क्या कुछ खास है इस रिपोर्ट में।
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चंडीगढ़ का पर्यावरण: देश में सबसे उत्कृष्ट, 89.08 अंक प्राप्त

चंडीगढ़ का पर्यावरण: देश में सर्वोत्तम

चंडीगढ़ का पर्यावरण देश में सबसे बेहतरीन, 89.08 अंक प्राप्त: फॉर साइंस एंड एन्वायर्नमेंट (सीएसआई) ने सोमवार को 'स्टेट ऑफ इंडिया एन्वायर्नमेंट 2025' रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में चंडीगढ़ ने पर्यावरण, कचरा प्रबंधन, जल उपलब्धता और अन्य सभी मानकों में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है।


चंडीगढ़ का पर्यावरण: देश में सबसे अच्छा


रिपोर्ट में चंडीगढ़ का स्कोर 89.08 अंक है। आंध्र प्रदेश का स्कोर 68, पंजाब का 44.79 और हरियाणा का 43.77 है। अधिकांश केंद्र शासित प्रदेशों का स्कोर 50 के आसपास है। चंडीगढ़ ने वृक्षारोपण, जल उपलब्धता और कचरा प्रबंधन में उच्च अंक प्राप्त किए हैं।


जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण संरक्षण के लिए किए गए प्रयासों के कारण भी चंडीगढ़ का स्कोर अधिक है। चंडीगढ़ के मुख्य वन संरक्षक सौरभ कुमार का कहना है कि यह शहर के निवासियों, प्रशासन और नागरिक निकायों के सामूहिक प्रयासों का परिणाम है।


हम पूरे देश के लिए एक आदर्श शहर बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जहां स्थिरता के साथ उच्च गुणवत्ता वाली जीवनशैली को संभव बनाया जा सके। इसके अलावा, क्षेत्र के मौसम के पैटर्न में भी बदलाव आ रहा है। पिछले वर्ष चंडीगढ़ में कुल 18 दिन ऐसे थे जो अत्यधिक मौसम में दर्ज किए गए।


चंडीगढ़ पूर्ण अंक से 11 अंक पीछे


रिपोर्ट में अंक 100 में से दिए गए हैं, जिसमें चंडीगढ़ पूर्ण अंक से 11 अंक पीछे है। इस रैंकिंग में 8 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश ऐसे हैं जो 50 अंक तक भी नहीं पहुंच पाए। कुल 19 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश ऐसे हैं जो कचरा प्रबंधन के सभी उप-मानकों में आधे अंक तक नहीं पहुंच पाए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि अधिकांश राज्य या यूटी कचरा प्रबंधन में सुधार करने में संघर्ष कर रहे हैं।


चंडीगढ़ की 'स्टेट ऑफ इंडिया एन्वायर्नमेंट 2025' रिपोर्ट में वायु प्रदूषण के कारण जीवनकाल में कमी का भी विश्लेषण किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, चंडीगढ़ में वायु प्रदूषण के कारण जीवनकाल 3 साल 8 महीने तक कम होने की संभावना है।


देश में सबसे खराब स्थिति दिल्ली की है, जहां वायु प्रदूषण के कारण जीवनकाल 7 साल 8 महीने तक कम हो सकता है। हरियाणा में रहने वाले व्यक्ति का अनुमानित जीवनकाल 5 साल 2 महीने 27 दिन और पंजाब के व्यक्ति का 4 साल 6 महीने 22 दिन तक कम हो सकता है। केवल अरुणाचल प्रदेश ही एकमात्र ऐसा स्थान है जहां वायु प्रदूषण का सबसे कम प्रभाव होगा। वहां जीवनकाल 8 महीने 6 दिन तक कम होने की संभावना है।


1546 दिनों में केवल 119 दिन अच्छी वायु गुणवत्ता


चंडीगढ़ में 2021 से लेकर 31 मार्च 2025 तक कुल 1546 दिनों में से केवल 119 दिन ऐसे थे जब वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) अच्छी श्रेणी में रहा। यह श्रेणी 0 से 50 अंक तक मानी जाती है, जो व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिए अनुकूल होती है। इस एक्यूआई का मतलब है कि संबंधित क्षेत्र की हवा में कणों का स्तर न्यूनतम है।


एयर क्वालिटी लाइफ इंडेक्स पर आधारित


यह विश्लेषण एनर्जी पॉलिसी इंस्टीट्यूट ऑफ द यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो द्वारा 2024 में जारी जिला स्तर के एयर क्वालिटी लाइफ इंडेक्स पर आधारित है। पीएम 2.5 वायु प्रदूषण और अनुमानित जीवनकाल के बीच संबंध पर आधारित यह इंडेक्स उपयोगकर्ताओं को यह देखने की अनुमति देता है कि उनकी समुदाय विश्व स्वास्थ्य संगठन के पीएम 2.5 की वार्षिक औसत दिशानिर्देशों को पूरा करती है या नहीं।


ऐसे किया गया


फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया की 2023 की रिपोर्ट के अनुसार, चंडीगढ़ के हरे आवरण में कुल 5 वर्ग किमी. से अधिक की वृद्धि हुई है। कचरा प्रबंधन घरों से ही किया जा रहा है। डोर टू डोर कचरा संग्रहण की प्रक्रिया अपनाई गई है। पीने का पानी पूरे देश में सबसे अधिक है। ई-वेस्ट, जलवायु परिवर्तन की नीतियों को अपनाने और लागू करने से लेकर पर्यावरण अधिनियम और वायु अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाती है।